बेतवा नर्सरी स्कूल के वार्षिकोत्सव में एलुमनाई छात्रों की भागीदारी ने

झांसी। जिंदगी के सफर में जब भी यादों के झरोखे से झांकते हैं स्कूल के दिन तो महकती, खिलखिलाती मुस्कान बिखेरने को मजबूर कर ही देते हैं। उन दिनों की खट्टी-मीठी यादों के समुद्र में डूबने उतराने का मौका पुरातन छात्रों को बेतवा नर्सरी स्कूल के वार्षिकोत्सव में मिला तो यादें मुस्करा उठीं।

दरअसल, महिला कल्याण संगठन, उत्तर मध्य रेलवेे, झांसी द्वारा प्रारंभिक शिक्षा के क्षेत्र में वर्ष 1965 से संचालित बेतवा नर्सरी स्कूल के वार्षिकोत्सव में इस बार एल्युमिनाए मीट का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के पूर्व छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया।

बेतवा स्कूल के लिए गर्व की बात है एलुमनाई में उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक सतीश कुमार के पुत्र रुधिर सिंह और पुत्री शिवानी सिंह भी बेतवा नर्सरी स्कूल के छात्र रहे है। उन्होंने भी ऑनलाइन /सोशल मीडिया के माध्यम से अपने अनुभवों को साझा किया।

रुधिर ने बताया कि ‘बेतवा नर्सरी के बाद, मैं बनारस (कई घाटों की भूमि) चला गया, वहाँ से मैंने अपनी पूरी स्कूली शिक्षा सेंट जॉन्स डीएलडब्ल्यू से की। उसके बाद मैं भौतिकी के क्षेत्र में बीटेक करने के लिए दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग चला गया। मैंने हाल ही में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से एमबीए पूरा किया है और अभी मैं आईसीआईसीआई में काम कर रहा हूं। अंत में, मैं बस इतना ही कहूंगा कि बेतवा नर्सरी ने मुझे कुछ यादगार यादें दी हैं जिन्हें मैं जीवन भर बार-बार याद करना चाहूंगा।

इसके अलावा सी एम एल आर के मुख्य कारखाना प्रबंधक दीपक निगम की पुत्री सौभाग्या और पुत्र दिव्यांश निगम ने अपने स्कूलिंग की शुरुआत बेतवा नर्सरी स्कूल से ही की और स्कूल के दिनों को याद कर बचपने की मेमोरीज को साझा किया और यहां के टीचर और वातावरण को किंडर गार्डन का बेस्ट बताया। इसके अलावा सुयश नाथ जो कि सी एम एस इंचार्ज सुरेंद्र नाथ के पुत्र है, वर्तमान में सिविल इंजीनियर हैं और सिविल सेवा की तैयारी कर रहे है बेतवा नर्सरी स्कूल की यादों को संदेश भेजकर विभिन्न माध्यमों से साझा किया। इसके अतिरिक्त विक्रमादित्य गुप्ता, मिस श्रेया दीक्षित, प्रभजोत कौर, आर्यमन शर्मा, हर्ष शर्मा उपस्थित रहे। सभी ने बेतवा नर्सरी स्कूल के बचपन के दौर को याद कर अपनी सफलताओं के लिए बचपन की बेहतर नींव को इसका श्रेय दिया।