श्री राम पर बेटे की अज्ञानता से मिली प्रेरणा, राम के आदर्शों को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने का लिया संकल्प
झांसी। फिल्मी चकाचौंध से इतर फिल्म अभिनेता राजा बुंदेला को भगवान श्री राम के आदर्शों को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए उनके बेटे से ही ऐसी प्रेरणा मिली कि वह श्री राम को युवा पीढ़ी को परिचित कराने के लिए राम राजा की नगरी ओरछा के रुद्राणी कला ग्राम एवं शोध संस्थान में लगातार तीन वर्षों से श्रीराम महोत्सव का आयोजन कर चौथे वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं।
झांसी में मीडिया से रू-ब-रू राजा बुंदेला ने कहा कि फिल्म व टीवी की बजह से आज़ का युवा संस्कृति से दूर होता जा रहा है। जब उन्होंने अपने बेटे से भगवान राम को पूजने की बात कही तो उसने कहा “मैं राम को क्यों पूजूं..” इस सवाल ने झकझोर दिया और उन्होने फैसला लिया कि अब वह युवाओं को श्रीराम से परिचित कराएंगे। इसके लिए उन्होंने श्रीराम महोत्सव को माध्यम बनाया है। ओरछा में बेतवा नदी किनारे रुद्राणी कला ग्राम में चौथे वर्ष 13 मार्च से 5 दिवसीय श्रीराम महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने दावा किया कि बॉलीवुड और टीवी निर्माता एकता कपूर अपने फ़ूहड़ सीरियल के जरिए भारतीय संस्कृति को नुक्सान पहुंचा रही हैं। संस्कृति से खिलवाड़ की चकाचौंध में फंसे युवा को अपनी संस्कृति व आदर्शों का ज्ञान ही नहीं है। राजा बुंदेला यहीं तक वहां रुके। उन्होंने तथा कथित कथा वाचकों व संतों पर भी चुटकी लेते हुए कहा कि आयोजन के नाम पर लाखों रुपए लेते हैं, महंगी कारों में घूमते हैं। सही मायने में यह लोग युवाओं को भगवान राम के आदर्शों से नहीं जोड़ पाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका आयोजन ‘जय श्रीराम’ नहीं, बल्कि ‘राम महोत्सव’ है।
राजा बुंदेला ने बताया कि 13 मार्च से आयोजित ‘राम महोत्सव’ सही मायने में मानवता के सभी आदर्शों के प्रतीक श्री राम के व्यक्तित्व से संस्कारों को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को सौंपने का प्रयास है। इसमें पारंपरिक रामायण या कथावाचन की बजाय, फिल्म और साहित्य के माध्यम से युवाओं को भगवान राम के आदर्शों व जीवन मूल्यों से परिचित कराया जाएगा।जिससे की नई पीढ़ी जाने की इस तरह सत्य और निष्ठा के मार्ग पर चलते हुए एक आदर्श पुत्र, भाई, मित्र एवं आदर्श पति के दायित्वों को निभाते हुए भी महापुरुष बनने का मार्ग क्या है और आम जीवन शैली एवं व्यवहार में हम किस तरह राम को बसाकर एक आदर्श जीवन जी सकते हैं। उन्होंने बताया कि राम महोत्सव की सराहना स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी कर चुके हैं।
बेतवा किनारे इस आयोजन में अंतरराष्ट्रीय स्तर के विद्वान भगवान राम के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालेंगे। इसके साथ कला एवं संस्कृति से जुड़े कलाकारों के अलावा फ़िल्म जगत के प्रसिद्ध कलाकार नितीश भारद्वाज, मनोज तिवारी एवं सुरेन्द्र पाल आदि शामिल होंगे केंद्रीय, उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के मंत्री गण एवं समाज सेवी भी सम्मिलित होंगे।
इस राम महोत्सव में बुंदेलखंड के गिरवासी, बनवासी, आदिवासी समाज के लोक संगीत, लोक नृत्य का प्रदर्शन राम कथा के साथ टापरा टाकीज में राम से संबंधित फ़िल्मों का प्रदर्शन एवं डॉक्यूमेंट्री, नाटक, रामलीला, यज्ञ आदि के कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। रात्रि में सांस्कृतिक संध्या पर विश्व विख्यात रामलीला का मंचन होगा। प्रातः काल में राम ज्ञान योग, प्रति दिन हवन पूजन, राम भजन प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी इस दौरान राम पर छायाचित्र प्रदर्शनी प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।