झांसी। 22 दिसम्बर को रेसुब पोस्ट वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी के उ.नि. हरिओम सिंह सिकरवार, उ.नि. जितेंद्र सिंह यादव हमराह म.आ. शीला बाई तथा डिटेक्टिव विंग झांसी के आरक्षक अरुण सिंह राठौर के साथ प्लेटफार्म पर गश्त ड्यूटी में थे। उसी दौरान उन्हे प्लेटफार्म नंबर 04/05 पर एक लड़का व एक नाबालिग लड़की बेवजह संदिग्ध हालात में प्लेटफार्म पर घूमते हुये मिले।आरपीएफ टीम ने दोनों से पूछताछ की गई तो पता चला कि दोनों एक दूसरे से सोशल मीडिया के माध्यम से प्रेम में आकर्षित होने के कारण घरों से भागे हैं। लड़के के पास कोई पहचान पत्र नहीं होने तथा टालमटोल जवाब देने के कारण के कारण उसकी बातें संदेहास्पद प्रतीत हुई।

इसके बाद दोनों को रे0सु0ब0 पोस्ट वीजीएलबी पर लाया गया तथा रेलवे चाईल्ड हेल्पलाईन, झाॅसी की सदस्य राखी यादव को बुलाया गया। उक्त नाबालिग लड़की के परिजनों से बातचीत करने पर ज्ञात हुआ के उक्त मामले के संबंध में थाना यशोधरानगर नागपुर में धारा 363 आईपीसी कायम है। दोनों को रोजनामचा लेखक की निगरानी में रखा गया।

इसके बाद 23 दिसम्बर को थाना यशोधरानगर, नागपुर के पुलिस नायक नं. 1971 राजेन्द्र तिवारी, पोस्ट हाजा उपस्थित हुये तथा एक विनती पत्र पेश किया। बाद नाबालिग लड़की को भागने के आरोपित लड़के को महाराष्ट्र पुलिस नायक राजेन्द्र तिवारी को सुपुर्दगीनामा तैयार कर अग्रिम कार्यवाही हेतु सही सलामत सुपुर्द किया गया एवं रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी की सदस्य श्वेता वर्मा व राखी यादव को बुलाकर उक्त नाबालिग लड़की को सुपुर्दगी नामा तैयार कर सही सलामत चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया गया।