झांसी। बीयू के छात्र पंकज भारद्वाज द्वारा मुख्यमंत्री को भेजे पत्र के माध्यम से बताया गया है कि 21 दिसम्बर 22 को विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों के मध्य हुए विवाद के क्रम में पत्रांक संख्या बुं.वि/आरसी /2022/4295 में निर्गत आदेश के तहत उसे बाहरी छात्र घोषित कर विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है जो की पूर्णता अनैतिक है क्योंकि वह पत्रांक संख्या बु.वि./यू.एफ.एम 2019/690-652 तथा पत्रांक संख्या बुं.वि./यू.एफ.एम 2022/1550 के अनुसार विश्वविद्यालय में एम,ए (फाइन आर्ट) में अध्ययनरत है। वह 2 वर्षों हेतु परीक्षा से वंचित है युक्त दंड की समयावधि भी पूर्ण हो चुकी है इस क्रम में की प्रार्थी को पुनः प्रवेश परीक्षा की अनुमति हेतु प्रार्थना पत्र विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक के कार्यालय में विचाराधीन है जिसके अनुसार हेतु प्रार्थी का विश्वविद्यालय में आना जाना होता है जो कि उसके उज्जवल भविष्य हेतु अनिवार्य है। इसी क्रम में उसके द्वारा पूर्व में व्यक्तिगत रूप से मिलकर कुलपति को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचारी अधिकारियों द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार व अनियमितताओं के संदर्भ में सूचना दी गई थी जिस पर समुचित कार्यवाही ना होने के कारण मीडिया व सोशल मीडिया के माध्यम का सहारा लेना पड़ा, जिससे नाराज होकर उन्ही भ्रष्टाचारी अधिकारियों के इशारे पर उस पर षडयंत्र पूर्वक प्रवेश प्रतिबंध की कार्रवाई की गई। अतः उसके प्रतिबंध आदेश को निरस्त कर के उच्च अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।

 इसी भ्रष्टाचार के संबंध में श्रीचन्द्र शर्मा सदस्य विधान परिषद द्वारा भी पूछा गया है कि बु.वि. में चल रहे भ्रष्टाचार व नियम के विरुद्ध कार्य कर्मचारियों की मनमाफिक तरीके से प्रतिबंधित व 3 साल से अधिक एक ही पद पर बैठे अधिकारियों का स्थानांतरित क्यों नहीं किया जाता है?
शिकायतकर्ता ने निम्नांकित बिंदुओं पर ध्यान आकर्षित कराया गया है
१.बु.व. की सरकारी एवं बहुत जमीन पर दबंगों द्वारा जबरन कब्जा करके अलग-अलग प्रकार के धंधे संचालित हो रहे हैं परंतु वि.वि के सक्षम व संबंधित अधिकारियों द्वारा उन पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है अतः आपसे आग्रह है कि वि.वि हेतु अधिग्रहीत संपूर्ण भूमि की पुनः पैमाइश कराकर उसे वि.वि के पठन-पाठन हेतु उपयोग में लाया जाए।
२. कुलाधिपति के आदेश अनुसार गठित बु.वि के वरिष्ठ आचार्यों की समिति द्वारा 23/2/2021 की गई संस्तुतियों के आधार पर शिक्षकों द्वारा केवल शिक्षण कार्य की संबंधित कार्य कराना जाना व यदि कोई शिक्षक प्रशासनिक कार्य में संगलन हो तो उससे ऐसे कार्यों से तत्काल जिम्मेदारियों से मुक्त करने की कृपा करें।
३. उक्त समिति की संस्तुति के अनुसार प्रो. डीके भट्ट व प्रो. आर.के सैनी को भविष्य में होने वाले विस्फोटक स्थिति का जिम्मेदार माना गया था व उन्हें तत्काल सभी दायित्वों से मुक्त करके शिक्षण कार्य में संलग्न करने की संस्तुति की गई थी। कहीं ना कहीं 21/12/2022 की घटना हेतु प्रा.आर के सैनी जिम्मेवार प्रतीत होते हैं जिसकी निष्पक्ष जांच कराने की कृपा करें।
४.बु.वि. के भ्रष्टाचारी अधिकारियों व संपत्ति अधिकारी की मिलीभगत के तहत एक ही फर्म अथवा व्यक्ति को सभी निर्माण/मरम्मत संबंधित कार बिना टेंडर प्रक्रिया के मात्र कमीशन के आधार पर बार-बार आवंटित किए जाते हैं जो कि गंभीर वित्तीय भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है।
५.बु.वि. के कैफिटेरिया में अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहे अवैध साइबर कैफे व अन्य गतिविधियों को तुरंत बंद कराने की कृपा करें।
६.बु.वि. झांसी में भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाने वाले कर्मचारियों को किस नियम के तहत परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित किया जाता है।