अमृत महोत्सव पर चित्र प्रदर्शनी का समापन

झांसी। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के केंद्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी), क्षेत्रीय कार्यालय झांसी द्वारा आयोजित तीन दिवसीय चित्र प्रदर्शनी व जागरूकता कार्यक्रम का आज समापन हो गया। तीसरे दिन भी शहर के विभिन्न स्कूलों के छात्र छात्राओं ने कुलदीप इंटर कालेज परिसर में आयोजित इस प्रदर्शनी में भाग लिया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनसंपर्क अधिकारी, उ.मध्य रेलवे झांसी मनोज कुमार ने कहा कि अमृत महोत्सव के माध्यम से आजादी के अमृत की ऊर्जा को नई पीढ़ी में संचारित करने का काम किया जा रहा है। आजादी के अमृत को प्राप्त करने में दिये गए त्याग और बलिदान को याद करना भी जरूरी है। राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित शिक्षाविद् डॉ. नीति शास्त्री ने कहा कि झांसी की धरती का आजादी के आंदोलन में विशेष योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि जबकि बदलते समय में हम अपने संस्कार व नायकों को भूलते जा रहे हैं, इस प्रकार की प्रदर्शनी से नई पीढ़ी के ज्ञान का संवर्धन होगा तथा वे अपने अतीत के गौरव से परिचित हो सकेंगे।

कुलदीप ग्रुप आफ स्टडीज के प्रबंधक नाथूराम सिंह ने कहा कि यह आजादी हमें बहुत संघर्षों से प्राप्त हुई है और इस आगे अक्षुण्ण रखना है इसके लिए देश के हर नागरिक को देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत रहना होगा। इस प्रकार के कार्यक्रमों से इस लक्ष्य की पूर्ति में सहायता मिलेगी। वरिष्ठ समाजसेवी तथा जयश्रीकृष्ण गौशाला के अध्यक्ष कैलाश चंद्र अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा हमारे अमृत महोत्सव के माध्यम से देश का सांस्कृतिक पुनर्जागरण किया जा रहा है। एमआईडीटी एक्सपर्ट अतुल साहू कहा कि बच्चे हमारे देश की अनमोल धरोहर हैं और देश का भविष्य इन्हीं के हाथों में है। इनके मानसिक व शारीरिक विकास की जिम्मेदारी हमारी है जिसे सरकार भलिभांति निभा रही है। क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी विवेकानंद ने प्रदर्शनी व कार्यक्रम की सफलता के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया व कहा कि जल्द ही इस प्रकार के कार्यक्रम पुन: आयोजित किए जाएंगे।

कार्यक्रम में विभिन्न स्कूली बच्चों आसपास के क्षेत्र की जनता के अलावा खाद्य एवं सफाई निरीक्षक नगर निगम, स्नेहलता, वीएचपी से संगीता जोशी, ग्राम सेवा संस्थान अध्यक्ष रवि सिंह, विनीत सचान, जगत मोहन ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज की। कार्यक्रम के तीसरे दिन भी पंजीकृत दल द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए तथा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन कर विजयी 50 प्रतिभागियों को पुरस्कार से सम्मानित किया गया।