– आरोपी की निशानदेही पर लाश बरामद

झांसी/ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर के ब्राइड नाम से शिक्षा संस्थान के संचालक का पुत्र अभय सिंह परमार (23) उर्फ प्रखर का दिनदहाड़े अपहरण कर हत्या करने के बाद लाश को झांसी के थाना सीपरी बाजार इलाके में फेंक कर भाग गए। मध्य प्रदेश पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के बाद मृतक की लाश को झांसी के थाना सीपरी बाजार क्षेत्र के अम्वाबाय स्थित पप्पे ढाबा के पीछे से बरामद कर लिया। हत्या का कारण रूपयो का लेनदेन बताया जा रहा है। हत्यारोपी मृतक के पिता के कालेज का पूर्व छात्र बताया जा रहा है।

मध्यप्रदेश की ग्वालियर पुलिस बुधवार की देर शाम दो युवकों को हिरासत में लेकर झांसी पहुंची और थाना सीपरी बाजार पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद पकड़े गए दोनों युवकों की निशानदेही पर अम्बाबाय स्थित पप्पे ढाबा के पीछे कार्यवाही करते हुए ग्वालियर के सिटी सेंटर निवासी ब्राइड शिक्षा संस्थान के संचालक प्रशांत परमार के अपहृत हुए पुत्र प्रखर परमार का आग से जली अवस्था में शव बरामद कर लिया। पकड़े गए नगर निगम कर्मचारी ने बताया था की उन्होंने प्रखर का ग्वालियर से अपहरण कर कार में रस्सी से गला कसा और फिर उसे गोली मार दी। उसकी हत्या करके शव को झांसी में जंगलों में फेंक दिया था। आज ग्वालियर पुलिस उन्ही दोनो युवकों की निशान देही पर शव को बरामद कर लिया।

प्रशांत सिंह ने बताया कि मंगलवार दोपहर करन वर्मा उसके बेटे को बुलाकर ले गया था। दोनों कार से निकले थे। करन वर्मा नगर निगम में कम्प्यूटर ऑपरेटर है। रात तक नहीं लौटा, तो फोन किया। दोनों के मोबाइल भी स्विच ऑफ मिले। देर रात उसकी कार नगर निगम ऑफिस के पास खड़ी मिली। इसके बाद परिवार वाले रात करीब 12 बजे विश्वविद्यालय थाना पहुंचे। उन्होंने करन वर्मा पर संदेह जताया। पुलिस ने रात में ही करन को हिरासत में ले लिया था।

पैसों के विवाद में मर्डर
प्रशांत परमार ने बताया कि करन वर्मा हमारे कॉलेज का छात्र रहा है। करीब एक साल पहले नगर निगम में उससे मुलाकात हुई थी। वहां उसकी नौकरी लग गई थी। प्रशांत ने बताया कि उसने करन वर्मा से कहा था कि डीडी नगर में कॉलेज भवन के निर्माण की अनुमति दिला देना। इस पर उसने 7.8 लाख रुपए में अनुमति दिलाने की बात कही थी। मैंने बेटे प्रखर को पैसे लेकर भेजा था। कहा था- पैसे जमा कर रसीद लेकर आना। उसने करन को पैसे दे दिए थे, लेकिन उसने रसीद नहीं दी। रसीद के लिए करन टालता रहा। उसने डेढ़ लाख रुपए और उधार लिए थे। मेरे कहने पर अभय रोजाना उससे रुपए मांगने जाता था। सोमवार को उसकी करन से बहस हुई थी।

आरोपी ने बताया कैसे की हत्या
करन ने पुलिस को बताया है कि वह दोपहर में प्रखर को बुलाकर ले गया था। वहां से दो साथियों के साथ कार से निकला। कलेक्ट्रेट के पीछे न्यू पंचायत भवन के पास पीछे से कार में ही सीट पर बैठे अभय का गला रस्सी से कस दिया। इसी समय, ड्राइविंग सीट पर बैठे मोनू नाम के साथी ने उसे गोली मार दी। इसके बाद शव को ठिकाने लगाया है। प्रशांत का कहना है कि रात को ही कार में ब्लड देखकर अनहोनी की आशंका जताई थी, लेकिन पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई। अब शव बरामद होने के बाद पुलिस नए सिरे से जांच में जुट गई है।