बांद्रा एक्सप्रेस में लापरवाही से छूटे बैग में रखे थे इंसास राइफल के कारतूस

झांसी। बुधवार को बांद्रा टर्मिनस- वीरांगना लक्ष्मीबाई एक्सप्रेस के एसी कोच में इंसास रायफल के 195 कारतूसों से भरा बैग आरपीएफ को मिला। आरपीएफ डीजल लोको प्रभारी पीएस परिहार ने बैग को थाना प्रेमनगर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। कारतूसों से भरा बैग सीआरपीएफ के हेड कास्टेबल का था जो ग्वालियर पहुंचने पर ट्रेन में ही छूट गया था। बरामद कारतूस 228 बटालियन सीआरपीएफ छत्तीसगढ़ की टीम के हवाले कर दिए गए।

दरअसल, बुधवार को सुबह बांद्रा से चलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन पहुंची ट्रेन नम्बर 22196 बांद्रा एक्सप्रेस यात्रियों के उतरने के बाद डीजल लोको वाशिंग साइडिंग पर खड़ी कर दी गई। कुछ देर बाद आरपीएफ कंट्रोल रूम की सूचना पर आरपीएफ लोको प्रभारी प्रह्लाद सिंह परिहार के साथ एसआई सुरेन्द्र सिंह व कांस्टेबल लोकेन्द्र सिंह ट्रेन में पहुंचे और बताए गए एसी कोच बी-2 में छानबीन करने लगे। यह देख रेलकर्मियों में सनसनी फैल गई। छानबीन में आरपीएफ इंसास रायफल के 100 जिंदा व 95 खाली खोखों से भरा बैग मिला। आरपीएफ ने इसकी जानकारी कंट्रोल रूम सहित वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त और प्रेमनगर पुलिस को दी। प्रेमनगर पुलिस मौके पर पहुंची। छानबीन चल रही थी, इसी बीच सीआरपीएफ के एसआई जगरूप संतोष व हेड कांस्टेबल रत्नेश पहुंचे और पूरा मामला बताया। आरपीएफ लोको व प्रेमनगर पुलिस ने मामला सहीं पाए जाने पर कारतूस से भरा बैग सीआरपीएफ को सौंप दिया।

ग्वालियर में उतरे जवान के छूटे थे कारतूस

सीआरपीएफ के एसआई जगरूप संतोष ने बताया कि 228 बटालियन सीआरपीएफ छत्तीसगढ़ के 53 लोग शिवपुरी में ट्रेनिंग करने आए थे। ट्रेनिंग के बाद सभी बांद्रा एक्सप्रेस में शिवपुरी से ग्वालियर आए। यहां ट्रेन बदलकर छत्तीसगढ़ जाना था। ग्वालियर पहुंचने पर हेड कांस्टेबल का कारतूस से भरा बैग सीट पर छूट गया। ट्रेन रवाना होने के पांच घंटे बाद जब सीआरपीएफ अफसरों को कारतूस गायब होने की जानकारी हुई तो उन्होंने आरपीएफ कंट्रोल रूम को सूचना दी। इस सूचना पर आरपीएफ डीजल लोको पोस्ट प्रभारी ने छानबीन कर बैग बरामद कर लिया।