झांसी। “समसामयिक लोक प्रशासन” पुस्तक के लिए डॉ मंजरी दमेले व डॉ कमलेश गुप्ता को सयुक्त रूप से के॰ एम॰ मुंशी सर्जना पुरुष्कार उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा प्रदान किया गया I उक्त पुरुष्कार उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के 46वे स्थापना दिवस पर  लखनऊ में आयोजित साहित्यकारों के सम्मान कार्यक्रम में प्रदान किया गया I पुस्तक के लेखिका डॉ मंजरी दमेले जो कि वर्तमान में बुंदेलखंड डिग्री कॉलेज झाँसी के अर्थशास्त्र विभाग में आचार्य के रूप में अध्यापन कार्य कर रही हैं आपने शिक्षण एवं शोध अभियोग्यता, कैपिटल मार्केट,  व्यष्टि अर्थशास्त्र (अध्धयन सामाग्री) नामक पुस्तकों एवं विभिन्न विषयों पर 15 शोध पत्र का लेखन कार्य किया हैं पुस्तक के सह लेखक डॉ कमलेश गुप्ता ने राजनीति विज्ञान एवं लोक प्रशासन अध्ययन शाला, प्रतियोगी परीक्षा प्रशिक्षण संस्थान, जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर में अध्यापन कार्य किया I बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी में युग निर्माता विचारक केंद्र पर कार्यक्रम अधिकारी के पद पर रहे एवं राजीव गांधी समसामयिक अध्ययन पीठ इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पोस्ट डोकटोरल शोध अध्येता के रूप में कार्य किया I आपकी पुस्तकों में लोक प्रशासन, भारत में जिला प्रशासन, श्री अरविंद; नए समाज के निर्माता, विकेन्द्रीकरण के उभरते प्रतिमान सहित विभिन्न मुद्दों से संबंधित 9 पुस्तकें प्रकाशित हैं लोक प्रशासन नामक पुस्तक के लिए आपको मौलिक पुस्तक लेखन हेतु राजभाषा गौरव प्रोत्साहन पुरस्कार 2015 में माननीय राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया गया था था “समसामयिक लोक प्रशासन”  पुस्तक प्रतियोगी परीक्षाओं, शिक्षण एवं शोध के लिए उपयोगी है। पुस्तक में राज्य और लोक प्रशासन पर पुनः चर्चा, समावेशी विकास के नीतिगत प्रयास, विकासपरक नीतियां व जनजातीय महिलायें, लोक निजी सहभागिता: एक नया आयाम, संसदीय प्रजातन्त्र एवं नागरिक समाज, वैश्वीकरण के दौर में लोक सेवा, जिला प्रशासन का संस्थात्मक विकास, जिला योजना समिति: समसामायिक चुनौतियां, स्थानीय प्रशासन का विकास एवं सूचना का अधिकार: समसामयिक चुनौतियाँ आदि बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गई है। चर्चा के दौरान लेखकों ने बताया की हिन्दी लेखन में मिले पुरुष्कार लेखकों को हिन्दी में लेखन के प्रति प्रोत्साहित करते है अपितु अपनी मातरभाषा में लेखन एवं अभिव्यक्ति से वास्तव में सुखद अनुभूति प्राप्त होती है