Jhansi । यूएमआरकेएस के प्रयासों से मान्यता प्राप्त संगठनों के चंदा के फंदे से रेल कर्मचारी मुक्त हो गये है और यूएमआरकेएस के प्रयासों का आभार व्यक्त कर रहे हैं।
सतीश गुप्ता मंडल अध्यक्ष/यूएमआरकेएस ने बताया कि रेल प्रशासन एवं मान्यता प्राप्त संगठनों ने मिलकर जो जेपीओ तैयार कर वर्ष 2016 में लागू किया था, उसका शुरू से ही यूएमआरकेएस विरोध करता आ रहा है। मुख्यालय स्तर पर निरंतर पत्राचार किया गया। वर्ष 2019 में श्रम कार्यालय झांसी में इस विषय में यूएमआरकेएस द्वारा एक वाद भी दायर किया गया जिसके परिणामस्वरूप श्रम विभाग द्वारा रेल कर्मचारियों का चंदा बंद किया जाने लगा। इसी क्रम में 9 जनवरी 2023 को यूएमआरकेएस के महामंत्री हेमंत कुमार विश्वकर्मा द्वारा जेपीओ को रद्द कर कर्मचारियों द्वारा सीधा प्रशासन को पत्र देने पर चंदा बंद करने हेतु लिखा गया जिसका रेल प्रशासन ने संज्ञान लेकर आवश्यक बैठक 13 जनवरी को करके 18 जनवरी 2023 को आदेश जारी किया गया कि कोई भी कर्मचारी चंदा बंद करवाने हेतु अपना आवेदन सीधा प्रशासन को दे सकता है।

इससे पहले चंदा बन्द करने हेतु उसी यूनियन को लिखना होता था जहाँ से उसे कोई राहत नहीं मिलती थी। इस हेतु प्रत्येक वर्ष 1 दिसंबर से 31 जनवरी के बीच आवेदन देना होगा। इससे बहुतायत कर्मचारी लाभ ले सकेंगे।
यूएमआरकेएस झांसी मंडल ने बैठक कर रेल प्रशासन के फैसले पर खुशी व्यक्त की साथ ही मांग की है कि इस वर्ष यह 18 जनवरी 2023 को आदेश जारी किया गया है इसलिए अब से 2 माह का समय रेल कर्मचारियों को आवेदन करने हेतु दिया जाए।
बैठक में प्रमुखता से सीके चतुर्वेदी संगठन मंत्री, अंबिका प्रसाद श्रीवास्तव कारखाना अध्यक्ष पप्पू रामसहाय, दया निधि मिश्रा, संतोष राठौर, मोहम्मद इरशाद खान, सुशील अग्रवाल, सतीश गुप्ता, राम सिंह परिहार, मोहित रायकवार, इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित हुए। मंडल मंत्री ए के शुक्ला ने आभार व्यक्त किया।