झांसी। लक्ष्मी तालाब स्थित प्राचीन श्री महाकाली विद्यापीठ में आयोजित श्री शतचंडी महायज्ञ में शुक्रवार महायज्ञ की पूर्णाहुति हुई। बनारस से आए विद्वानों द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ मां महाकाली , महा लक्ष्मी, सभी देवियों की अराधना हुई उसके बाद सभी भक्तों ने पूर्णाहुति की।

श्री महाकाली विद्यापीठ में महायज्ञ के अंतिम दिन सभी देवी देवताओं का पूजन हुआ और समस्त देवी देवताओं की आराधना की गई। वेद मंत्रों के साथ यज्ञ कुंड में आहुतियां अर्पित की गई। उसके बाद भारी संख्या में आए भक्तो ने पूर्णाहुति की वहीं मंदिर के प्रधान पुजारी अजय त्रिवेदी (गुरुजी) ने बताया कि यज्ञवेदी की परिक्रमा करने से मोक्ष, अर्थ, धर्म , काम की प्राप्ति होती हैं और कहा कि महायज्ञ की पूर्ति के लिए की जाती है पूर्णाहुति वही बनारस से आए विद्वानों द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ महायज्ञ की पूर्णाहुति कराई, महायज्ञ मे आहुति देने से जगत का कल्याण होता है श्री शतचंडी महायज्ञ की महत्ता पर प्रकाश डाला। वहीं प्रधान पीठ पर मुख्य यजमान में मंदिर के पूजारी धर्मपत्नी सहित श्री मति ममता पं अजय त्रिवेदी( गुरु जी), श्री मति भावना पं अरूण त्रिवेदी, श्री मति दीक्षा पं कुशाग्र त्रिवेदी रहे। वहीं आज के मुख्य अतिथि के रूप मे राजीव सिंह पारीछा विधायक बबीना, अतुल पाठक ग्वालियर, डॉ दयाराम लोहिया, अपने समस्त परिवार सहित उपस्थित रहे ,इस मौके पर , तन्मय त्रिवेदी, आयुष त्रिवेदी, संतोष साड़ी, सोनू पंडा, गुड्डा अग्रवाल, साक्षी तिवारी, जयदीप निखरा, अंकित दुबे, मनीष साहु, प्रदीप महाराज, विष्णु साहू, अमित गोलू महाराज पत्रकार, सोनू पंडा, सौरभ दुबे, सुमित बाबा, अजय साहू आदि उपस्थित रहे। आभार व्यक्त तन्मय त्रिवेदी ने किया।