झांसी। 31 जनवरी व 1 फरवरी को पुलिस उप महानिरीक्षक झाॅसी, परिक्षेत्र झाॅसी जोगेन्द्र कुमार द्वारा नगर सर्किल के सी0ओ0 सिटी सर्किल व सी0ओ0 सदर सर्किल का अर्दली रूम किया गया। अर्दलीरूम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक झांसी राजेश एस0, अपर पुलिस अधीक्षक नगर राधेश्याम राय, सी0ओ0 सिटी अवनीस कुमार राय व सी0ओ0 सदर प्रज्ञा पाठक तथा नगर क्षेत्र के थाना प्रभारी नवाबाद, कोतवाली, सीपरी बाजार ,सदर बाजार एवं थानाध्यक्ष महिला थाना व सदर सर्किल के थाना प्रभारी प्रेमनगर, बड़ाॅगांव, बबीना व थाना रक्सा के एस0एस0आई0 उपस्थित हुये।

इस दौरान पुलिस उपमहानिरीक्षक द्वारा पुलिस अधिकारियों को अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाये जाने, विवेचनाओं का त्वरित एंव गुणवत्तायुक्त निस्तारण किये जाने व आगामी बोर्ड परीक्षाओं/त्योहारों आदि को सकुशल सम्पन्न कराये जाने की तैयारी करने के निर्देश दिये गये। डी0आई0जी0 द्वारा लंबित विवेचनाओं की समीक्षा की गयी तो थाना नवाबाद, सीपरी बाजार व थाना प्रेमनगर में लंबित विवेचनाओं की संख्या बहुत अधिक है विवेचनाओं के गुणवत्तायुक्त निस्तारण न करने व अनावश्यक रूप से काफी समय से विवेचानायें लंबित रखे जाने के संबंध में थाना नवाबाद व थाना कोतवाली के दो विवेचकों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही किये जाने के आदेश दिये गये तथा थाना प्रेमनगर में नियुक्त दो उपनिरीक्षकों के पास अधिक संख्या में विवेचनाये लंबित रखे जाने तथा कार्यशिथिलता के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एंव अपर पुलिस अधीक्षक नगर को समीक्षा कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। उन्होंने अधिक समय से व अकारण लंबित विवेचनाओं का गुणवत्तायुक्त निस्तारण अगले 15 दिवस में करने के निर्देश देते हुये पर्यवेक्षण अधिकारी को सतत समीक्षा करने के निर्देश दिये गये।

थाना कोतवाली के अपराध रजिस्ट्रर में प्रविष्टियाॅं अध्यावद्यिक पायी गयी तथा रख-रखाव अत्यन्त ही कुशलतापूर्वक किया गया है, अपराध रजिस्टर के ठीक ढंग से रख-रखाव करने वाले पुलिसकर्मी को नकद पुरूस्कार से पुरूस्कृत किया गया । डी0आई0जी0 द्वारा अधीनस्थ अधिकारियों एंव विवेचकों को विवेचनाओं का निस्तारण शीघ्र कराने, अपराध एवं अपराधियों पर नियंत्रण हेतु प्रभावी कार्ययोजना बनाकर निम्न बिन्दुओ पर कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गयेः-
1- लम्बित विवेचनाओं की समीक्षा कर लें व लक्ष्य निर्धारित करते हुए समयबद्ध निस्तारण करायें एवं विवेचना में शिथिलता बरतने वाले पुलिस अधिकारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करायी जाये।
2- वांछित अपराधियों को टीमें गठित कर गिरफ्तारी सुनिश्चित करायी जाये।
3- नकबजनी, लूट आदि के अपराधों में संगठित रूप से संलिप्त अपराधियों के विरूद्ध गैंग पंजीकरण की कार्यवाही की करायी जाये। पुलिस अधीक्षक नगर लूट/नकबजनी/चोरी के अपराधो के रोकथाम हेतु प्रभावी कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वयन करायें ताकि इस प्रकार के अपराधों की पुनरावृत्ति न हो तथा जो अपराध अनावरण को शेष हों उनका अभियान चलाकर अनावरित कराते हुये संलिप्त अपराधियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करायें।

4- टाॅप-10 अपराधियों को चिन्हित कर उन पर प्रभावी कार्यवाही कराते हुये एच0एस0 खोलकर सतत निगरानी रखने गैगेस्टर व धारा-14(1) अधिनियम के अंन्तर्गत इस अपराधियों की संम्पत्ति जब्त करने के निर्देश दिये गये।
5- क्रियाशील अपराधियों की समीक्षा कर लेें तथा जो अपराधी सम्पत्ति सम्बन्धी मामलों में विगत में नामजद/प्रकाश में आये हैं, उनके विरूद्ध गैगेस्टर/गुण्डा आदि की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
6- समस्त थानाप्रभारियों को उनके थाने के टाॅप-10 अपराधी व हिस्ट्रीशीटरों का डोर-टू-डोर जाकर भौतिक सत्यापन करने व उनकी गतिविधियों पर सतर्क दृष्टि रखने तथा उपराध में संलिप्त होने पर कठोर कार्यवाही की जाये।
7- पुरूस्कार घोषित अपराधियो के लिये टीम बनाकर दबिशें देकर गिरफ्तारी सुनिश्चित करायी जाये तथा मफरूर अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाये साथ ही साथ इनकी गिरफ्तारी हेतु इनाम की धनराशि बढ़ाई जाये तथा कुछ नए अपराधियों का चिन्हाकंत करते हुये इनाम घोषित कराते हुये कार्यवाही करायी जाये।
8- जमानत पर छूटे अपराधियों का सत्यापन कराया जाये यदि कोई अपराधी जमानत पर बाहर आकर अपराध में संलिप्त है तो जमानत निरस्त कराते हुए उसके विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाये।
9- समस्त थाना प्रभारियों को आगामी बोर्ड परीक्षाओं एंव त्योहारों के दृष्टिगत अपने अपने थानों/बीट में पडने वाले विद्यालयों/परीक्षा केन्द्रो का भ्रमण कर समस्त कार्यवाहियां पूर्ण कराने हेतु संबंधित से समन्वय स्थापित कर लिया जाये।
डी0आई0जी0 द्वारा अधीनस्थ समस्त थाना प्रभारियों को जनशिकायतों का तत्काल गुणवत्तायुक्त निस्तारण करने तथा विवेचनाओं की लगातार समीक्षा करते हुये गुणवत्तायुक्त निस्तारण कराने के निर्देश दिये गये साथ ही निर्देशित किया गया कि अब उनके द्वारा भविष्य में थानावार भ्रमण कर अधीनस्थ उपनिरीक्षकों/विवेचकों की कार्यकुशलता की समीक्षा की जायगी तथा शिथिलता पाये जाने पर तत्काल दण्ड़ात्मक कार्यवाही की जाएगी।