रेलवे ने 15 दिन का दिया अल्टिमेटम, हिन्दू संगठनों में आक्रोश 

झांसी। वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन के सामने स्थित मंदिर को ध्वस्त करने की कवायद शुरू हो गई है। इस संबंध में बुधवार को मंदिर की दीवार पर रेलवे इंजीनियरिंग विभाग की ओर से नोटिस चस्पा कर दिया गया है। नोटिस में 15 दिन का अल्टिमेटम दिया गया है। इसको लेकर हिन्दू संगठनों में आक्रोश है।

सहायक इंजीनियर मुख्यालय सेकंड के 4 फरवरी 23 के हस्ताक्षर युक्त नोटिस/पत्र में वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन के सामने रेलवे भूमि पर अनाधिकृत रूप से मौजूद धार्मिक स्थलों को हटाने के सम्बन्ध में (Writ PIL No-1930 of 2022 in High Court Allahabad) का हवाला दिया गया है। इसमें संदर्भ- 1. मुख्यालय का पत्र क्रमांक NCR HQOENGG (CCMS) / 2/2022- O/Ody.ce/land/hq/NCR दिनांक 16.12.2022 2. रेलवे बोर्ड का पत्र स०- 2022/LML/31/41 (Court Case) दिनांक 20.10 2022 बताया गया है।

इस विषय के सम्बन्ध में लिखा गया है कि माननीय उच्च न्यायालय, प्रयागराज (PIL No- 1930 of 2022) द्वारा रेलवे भूमि पर अनाधिकृत रूप से मौजूद धार्मिक स्थलों को हटाने के सम्बन्ध में आदेश जारी किया गया है। इसमें बताया गया है कि रेलवे भूमि पर 156 वर्ग मी० क्षेत्रफल अनाधिकृत रूप से अतिक्रमण कर मंदिर का निर्माण किया गया है।

पत्र में निर्देशित किया गया है कि इस अतिक्रमण को 15 दिनों के अन्दर स्वयं हटवा लें अन्यथा रेल प्रशासन द्वारा पुलिस बल के सहयोग से उक्त अतिक्रमण को बलपूर्वक हटा दिया जायेगा, और उक्त कार्यवाही के दौरान जो भी खर्चा आयेगा, उसकी रिकवरी आपसे व्यक्तिगत रूप से की जायेंगी।

इसकी सूचना Astt. Engineer (HQ)-II N.C.R. JHANSI द्वारा  मं. इंजी / मुख्या / झांसी, एसएसई / कार्य / पूर्व / झांसी, एसएसपी झांसी,  एसपी, जीआरपी / झांसी को प्रेषित की गई है। इस नोटिस की ख़बर लगते ही हिन्दू संगठनों में आक्रोश है और मंदिर को बचाने के लिए आंदोलन की रणनीति बनाई जा रही है।

न फूड प्लाजा है और न कोई धनीधोरी, किससे होगी रिकवरी 

इस नोटिस में दो बातें बड़ी अजीब हैं। एक तो नोटिस में उल्लेख किया गया है कि रेलवे स्टेशन “फूड प्लाजा” के निकट मंदिर। वास्तविकता यह है कि वर्षों से वहां कोई फूड प्लाजा है ही नहीं। तब यह मंदिर कौन सा है ? दूसरा पत्र किसे भेजा गया और किससे खर्चा की रिकवरी की जाएगी इसका कोई अता-पता नहीं है। सेवा में की जगह कुछ अंक व अक्षर लिखे हैं। इस नोटिस को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है।