झांसी। उत्तर मध्य रेलवे, झाँसी मंडल के तालबेहट स्टेशन पर संस्थापित पैनल इंटरलॉकिंग के स्थान पर स्टैण्डर्ड III इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया गया है। मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष के कुशल मार्ग-दर्शन में अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य लक्षित समय के अंतर्गत सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया गया I उक्त संस्थापन कार्य के पूर्ण होने से ट्रेनों का सञ्चालन में सुगमता के साथ ट्रेनों को गति मिलेगी । 

इस संस्थापन से 53 रूट की उपलब्धता होगी । इसके साथ ही 21 प्वाइंट मशीन जिसमें 17 मेन लाइन और 4 थर्ड लाइन पर, 24 मेन सिग्नल जिसमें 12 मेन लाइन और 12 थर्ड लाइन के साथ ही फ्यूज अलार्म सिस्टम भी लगाया गया है। उक्त प्रणाली में 04 कालिंग ऑन सिग्नल्स का प्रावधान किया गया है, जिसमें 02 मेन लाइन तथा 02 थर्ड लाइन हेतु उपलब्ध है |

उक्त संस्थापन कार्य में वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं टेलिकॉम इंजिनीयर (समन्वय)अमित गोयल,  वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं टेलिकॉम इंजिनीयर आशीष सैनी, पर्यवेक्षक तथा सिग्नल कर्मचारियों द्वारा अहम् भूमिका निभायी गयी है |

 दरअसल, इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग केन्द्रीयकृत कम्प्युटरीकृत सिग्नल प्रणाली है, जिसमें गाड़ी के रूट को मात्र एक बटन के सहारे आसानी से बदला जा सकता है। इस प्रणाली की स्थापना से रेल गाड़ियों की समयबद्धता में सुधार के साथ संरक्षा भी बेहतर होती है I इससे पूर्व तालबेहट स्टेशन पर पैनल इंटरलॉकिंग की व्यवस्था थी, इलेक्ट्रॉनिक इंटर लॉकिंग पैनल इंटरलॉकिंग के मुकाबले संरक्षा की दृष्टि से ज्यादा भरोसेमंद प्रणाली है |