झांसी | किसान रक्षा पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी झांसी रविंद्र कुमार से भेंट कर ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया है कि झांसी में जल संचय बांधों में जम कर भ्रष्टाचार किया गया है।

ज्ञापन में बताया कि जनपद झांसी में सिंचाई एवं ग्रामीण पेयजल तथा जल स्तर बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य सरकार करोड़ों रुपए प्रति वर्ष जनपद झांसी को आवंटित करती है उक्त बजट से लघु सिंचाई विभाग एवं कृषि विभाग की भूमि संरक्षण राष्ट्रीय जलागम झांसी, राष्ट्रीय जलागम चिरगांव, राष्ट्रीय जलागम मऊरानीपुर एवं भूमि संरक्षण मैदानी योजना झांसी इकाइयां चेकडैम, बड़ी बंदी, W.H.B बांध, खेत तालाब आदि का निर्माण करते हैं। जनसूचना से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर जनपद झांसी में उक्त विभागों द्वारा लगभग 4280 छोटे बड़े बांध बनाए गए जो बुंदेलखंड पैकेज 13वां वित्त आयोग, मनरेगा आदि योजनांतर्गत कई करोड़ रुपए खर्च कर बनाए गए है जल संचय पर सरकार द्वारा बड़ा बजट खर्च करने के बाद भी किसानों को सिंचाई, जल स्तर एवं पेयजल का कोई लाभ न मिलने पर किसान रक्षा पार्टी ने बामौर एवं गुरसराय ब्लॉक के 32 बांधों का सर्वे किया जिसमें 16 बांध टूटे तथा 7 बांध लीकेज है (पानी नहीं रुकता) 4 बांध सिल्ट से समतल हो गए हैं (पानी नहीं रुकता) 1 बांध जर्जर हालत में है जो पानी के साथ कभी भी बह सकता है 2 बांध आर.टी.आई द्वारा बताए गए स्थल पर नहीं मिले 2 सही है जिन में पर्याप्त पानी भरा हुआ है किसानों को सिंचाई का लाभ हो रहा है।

किसान नेता ने बताया कि उक्त सर्वे की फोटोग्राफ एवं सर्वे का विवरण जिलाधिकारी को जांच हेतु प्रस्तुत कर दिया गया तथा ज्ञापन के माध्यम से निवेदन किया गया कि पहले जनपद झांसी में बनाए गए सभी चेकडैमो की जांच की जाए तथा पहली बारिश में ही बांध टूटने की वजह को ज्ञात कर कमी को दूर किया जाए वरना ऐसे बांध बनाने का क्या औचित्य। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद से जांच कराने का आश्वासन दिया। प्रितिनिधि मंडल में गौरीशंकर विदुआ राष्ट्रीय अध्यक्ष किसान रक्षा पार्टी, रामजीसिंह जादौन, पवन तिवारी धनोरा, रोहित यादव,  घनश्याम सिंह आदि मौजूद रहे |