सीनियर डीसीएम के खिलाफ फिर जारी की आरोपों की फेहरिस्त

झांसी। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक द्वितीय पर दूसरे दिन भी कर्मचारियों ने सिलसिलेवार आरोपों की झड़ी लगा दी है। गुरुवार को 57 कर्मचारियों द्वारा शिकायत करने के दूसरे दिन भी दर्जनों कर्मचारियों ने वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक द्वितीय के खिलाफ आरोप पत्र मंडल रेल प्रबंधक को प्रेषित किया। इसमें आरोप लगाया गया है कि –

• उनके क्रिया कलापों के चलते कोई भी मंडल इनको सहजता से स्वीकार्य नहीं करता |
• अस्थाई रूप से मंडल के मुखिया का चार्ज मिलते ही झाँसी मंडल में भी दो महिलाओं से अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए एवं गलत इरादों से कार्य के घंटों उपरान्त शाम के समय अपने साथ चलने का दबाव डाला गया, जिसका महिला कर्मचारियों सहित सभी ने पुरजोर विरोध किया |
• किसी भी स्टाफ को बुलाकर घंटों अपने समक्ष कर खड़ा रखने में इन्हें बहुत आनंद आता है |
• स्टाफ से मिठाई के नाम पर पैसे मांगकर सारे दिन कार्यालय में मिठाई बंटवाना तथा स्वयं बांटना |
• बिना किसी कारण अपने कार्यालय के साथ-साथ अन्य विभागों में जा जाकर नंगे पैर मिठाई बांटना और हंसी का पात्र बनना |
• सभी को कक्ष में बुलाकर मानसिक रूप से घंटों टोर्चेर करना, और चोर आदि उपाधियों से विभूषित करना |
• इनके द्वारा मानसिक उत्पीडन के चलते पूरे विभाग में भय का माहोल बना हुआ है, जिससे कोई भी कर्मचारी अपनी नौकरी ठीक से नहीं कर पा रहा है |
• मात्र तीन दिनों में इन्हों नए सभी को इतना परेशां कर दिया है, अतः इनका मंडल में रहना कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए कदाचित ठीक नहीं |
• एक सप्ताह के अंतराल में इनके द्वारा दो बार नियंत्रण कार्यालय में 4-4 घंटे को काम रुकवा दिया, तथा सभी स्टाफ के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए, यह बात किसी को पता नहीं चले इसलिए इस दौरान उन्हौने किसी को टॉयलेट तक करने नहीं जाने दिया | इस दौरान कितने ही यात्री रेल मदद, हेल्पलाइन नंबर पर फोन लगाते रहे, जिनको चलती गाडी में चिकित्सा, पानी की कमी सहित अन्य आवश्यक व आकस्मिक सेवाओं की ज़रुरत होगी |
• ऐसा करने का कारण इनके द्वारा सभी अनुभागों से अवैध उगाई माना जा रहा है |
• नियंत्रण कार्यालय में बैठकर यह 4-4 घंटे किसी को न कोई काम और ना ही बात भी करने देते हैं, केवल मौन व्रत धारण करते है |
• 03.03.23 को इनके उपरोक्त आचरण के चलते इनके परिवार के सदस्यों को अवगत कराया गया, जिसपर इनके साले कार्यालय पहुचे, जिन्होंने बताया की यह मानसिक रोगी हैं, और शायद दावा खाना बंद कर दी होगी, इसलिए इन्हें दौरे लग रहे होंगे |
• उक्त जानकारी प्राप्त कर व इनकी हालत को भांपते हुए रेल सुरक्षा बल की मदद से इन्हें नियन्त्रण कार्यालय से उठवाकर चिकित्सा हेतु रेलवे चिकित्सालय भेजा गया, जहाँ से यह देर रात भाग गए, और सुबह तक अज्ञात रहे |
• सुबह फिर यह कार्यालय आकर सभी कर्मचारियों को सस्पेंड करने की धमकी देने लगे, इसके बाद उनके परिवार वाले उनको बहला फुसलाकर अपने साथ ले गए |
• इनके द्वारा परेशान स्टाफ अत्यधिक सदमे में है तथा कार्यालय आने से भी डर रहे हैं सीनियर डीसीएम टू द्वारा बिना किसी पर्याप्त वजह किये गए ताबड़तोड़ सस्पेंशन के प्रेशर के कारण कार्यालय में कार्यरत कई कर्मचारियों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है तथा अत्यधिक टेंशन में कार्य कर रहे हैं जिसके कारण कई कर्मचारियों को बीपी व हाइपरटेंशन जैसी समस्याएं हो रही हैं, वह कार्यालय आने के बाद भी डर के कारण अपना कार्य अच्छे से संपन्न नहीं कर पा रहे हैं कर्मचारियों में रोष व्याप्त है उनका कहना है की नियम में रहकर कार्य करना अलग बात है पर दबाव बनाकर कार्य करवाना गलत बात है |
• इस प्रकार की कार्यवाही पहले भी लोगों के लिए सुसाइड का कारण बन चुकी है |
• इनके द्वारा किये गए उपरोक्त कृत्य यह पूर्णतः साबित करता है, की यह एक विभागध्यक्ष रहने के काबिल नहीं | कर्मचारियों ने कार्रवाई की गुहार लगाई है।