झांसी। झांसी मंडल में चलती ट्रेनों में सुरक्षा व्यवस्था की कलई खोलते हुए चोरों ने दो यात्रियों के लगभग 20 लाख रुपये के आभूषण व नकदी पर हाथ साफ कर दिया। इनमें से एक घटना की रिपोर्ट भोपाल और दूसरी की ग्वालियर में दर्ज की गई, लेकिन घटना स्थल झांसी का होने की वजह से दोनों मामले यहां स्थानांतरित कर दिए गए हैं।

बताया गया है कि मुंबई के डाेंगीवली निवासी अनीता गुप्ता फरीदाबाद से एक शादी समारोह में शामिल होकर  पांच मई को अपने परिवार के साथ 11038 अमृतसर-दादर एक्सप्रेस के कोच बी-2 में सवार होकर फरीदाबाद से मुंबई के लिए यात्रा कर रहीं थीं। ट्रेन के झांसी स्टेशन के आउटर पर पहुंचने पर उनकी नींद खुली तो उन्हें गाड़ी में खान-पान सामग्री बेचने वाले चढ़ते दिखाई दिए। इसके बाद वे सो गईं और गाड़ी के बीना पहुंचने पर जागीं। यहां उन्हें अपना हैंडबैग नजर नहीं आया। इसकी जानकारी उन्हें ट्रेन स्क्वायड को दी। खोजबीन करने पर उनका बैग ट्रेन के शौचालय में मिल गया, लेकिन उसमें रखे तकरीबन 14 लाख रुपये की कीमत के आभूषण सोने का हार, तीन चेन, दो अंगूठी, झुमकी, आई फोन, स्मार्ट वाॅच व 1.60 लाख रुपये नकद गायब थे। उन्होंने इस घटना का मुकदमा भोपाल के जीआरपी थाने में दर्ज करा दिया।

इसी प्रकार झांसी निवासी घनश्याम आठ मई को 02200 स्पेशल ट्रेन से ग्वालियर से झांसी के लिए सफर कर रहे थे। वह गाड़ी के बी-2 कोच की बर्थ संख्या 29 पर सवार थे। इसी दौरान ग्वालियर से झांसी के बीच बदमाशों ने उनका बैग उड़ा दिया, जिसमें साढ़े तीन लाख रुपये कीमत के आभूषण व 50 हजार रुपये रखे हुए थे। उन्होंने घटना की शिकायत ऑनलाइन 139 पर दर्ज की थी। मामला ग्वालियर के जीआरपी थाने में दर्ज किया गया था। जीआरपी की जांच व पीड़ितों के बयानों में सामने आया कि दोनों घटनाओं का घटनास्थल झांसी क्षेत्र में घटित हुई हैं। इस पर दोनों मुकदमों को झांसी जीआरपी स्थानांतरित कर दिया गया है।