ग्वालियर। ग्वालियर-शेओपुरकलां आमान परिवर्तन हेतु रायरू स्टेशन पर लॉजिक अल्टरेशन का कार्य संपन्न हो गया है। इससे इंटरलॉकिंग सिस्टम अत्याधुनिक बन गया है और सिग्नल प्रणाली यात्री संरक्षा की दृष्टि से और भी भरोसेमंद और टिकाऊ हो गयी है |

मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष के मार्गदर्शन तथा वरिष्ठ मंडल सिग्नल व टेलिकॉम अभियंता (समन्वय) अमित गोयल एवं वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं टेलिकॉम अभियंता (एमएल) विष्णु गुप्ता के नेतृत्व में 11 मई को 14:25 से 15:30 बजे तक का ट्रैफिक ब्लाक लेकर रायरू स्टेशन पर संस्थापित इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बड़े परिवर्तन करते हुए, संरक्षा की दृष्टि से अधिक सुद्रण बनाया गया |  इस अवसर पर सहायक मंडल सिग्नल एवं टेलिकॉम अभियंता आदित्य कमल एवं रोनित मीना, यातायात निरीक्षक जी एस राठौर, सञ्चालन निरीक्षक डी पी सिंह एवं सुरेश कुमार उपस्थित रहे |

परिवर्तन उपरान्त रायरू नॉन इंटरलॉकिंग की प्रमुख विशेषताएं निम्नानुसार है :

• गेज कोन्वेर्जन लाइन के लिए मौजूदा होल्डिंग रेल लाइन क्रमांक 1 तथा 6 का विस्तार |

• मौजूदा रूट की संख्या 254 से बढ़कर 337 हुई |

• बदलाव उपरान्त संशोधित लोड की आवश्यकता हेतु मौजूदा बैटरी बैंकअप के साथ 300AH क्षमता का एक अतिरिक्त बैटरी बैंकअप।

• 02 टर्न आउट्स के संस्थापन के साथ पॉइंट मशीन की संख्या 53 से बढ़कर 57 हुई |

• जी से लाइन में 08 नए सिग्नल का संस्थापन

• ट्रैक सर्किट की संख्या 108 से बढ़कर 124 हुई |

उक्त बदलाव इंटरलॉकिंग सिस्टम को अत्याधुनिक बनाते हैं, जिससे सिग्नल प्रणाली यात्री संरक्षा की दृष्टि से और भी भरोसेमंद और टिकाऊ हो गयी है |