झांसी। मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष द्वारा झाँसी मंडल के चित्रकूटधाम कर्वी, भरतकूप, खुरहंड तथा बांदा रेलवे स्टेशन का स्टेशन का सघन निरीक्षण कर दिशा निर्देश दिए |

चित्रकूटधाम कर्वी स्टेशन का निरीक्षण :
स्टेशन के निरीक्षण के दौरान श्री आशुतोष सहित अन्य विभागाध्यक्ष द्वारा स्टेशन बिल्डिंग तथा उपलब्ध यात्री सुविधाओं का जायजा लिया। सर्वप्रथम उन्होंने अमृत भारत योजना के अंतर्गत स्टेशन का विकास के प्रेजेंटेशन को देखा। मंडल रेल प्रबंधक ने स्टेशन ने विकास में श्रद्धालुओं और यात्रियों के सुविधाओं पर चर्चा की। स्टेशन पर 12 मीटर के फुट ओवर ब्रिज के निर्माण के साथ दो और FOB का निर्माण भी भविष्य में किया जाएगा। स्टेशन पर पिक अप और ड्रॉप जोन भी विकसित किया जाएगा। स्टेशन के दोनों और एंट्री के साथ बुकिंग और पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी। श्री आशुतोष ने दोनों साइड की एंट्री का निरीक्षण किया।
उन्होंने भूमि अधिग्रहण किया जाने पर लोकल प्रशासन से बात भी बात की। उन्होंने बताया कि स्टेशन पर सुविधाओं में वृद्धि के साथ भविष्य बड़ी बड़ी लिफ्ट भी संस्थापित की जायेंगी। स्टेशन पर जगह को लेकर उसका विकास रूफ फ्लोर पर किया जाएगा।
पहले चरण में स्टेशन के बाहर ट्रेन डिस्प्ले, कोच इंडिकेशन बोर्ड, ट्रेन इंडिकेशन बोर्ड, फसाड को आकर्षक बनाया जायेगा। होलीडे होम का निरीक्षण के दौरान सुविधाओं को उच्चीकृत करने के निर्देश दिए। तत्पश्चात उन्होंने वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्टॉल को देखा एवम् सुविधाओं को लेकर यात्रियों से फीडबैक भी ली। उन्होंने पैनल रूम के साथ ही ट्रैक पर जॉइंट्स तथा पॉइंट्स, पॉइंट बॉक्स, सिग्नल व टर्न आउट का संरक्षा मानकों को लेकर जायजा किया गया | मीडिया से बात करते हुए मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि इस निरीक्षण का उद्देश्य मानिकपुर बांदा खंड के अंतर्गत संरक्षा के मानकों के साथ अमृत भारत योजना के तहत स्टेशनों के विकास की योजना की समीक्षा है।

उन्होंने बताया कि मानिकपुर महोबा खंड पर 36 किलोमीटर खंड की डीप स्क्रीनिंग की गई है। जिसमें ट्रैक के बलास्ट की स्थिति को देखा जाता है और संरक्षा के दृष्टिगत उसकी डीप स्क्रीनिंग की जाती है।इसी प्रकार खुरहंड में PQRS प्लासर क्विक रिलेइंग सिस्टम का डिपो स्थापित किया जा रहा है। इसके द्वारा 70 किलोमीटर रेलखंड की पटरी तथा स्लीपर को बदला जा रहा है । ज्ञातव्य है एक निर्धारित समय सीमा के पश्चात रेल अर्थात् पटरी और स्लीपर को संरक्षा के तहत बदला जाता है। उपरोक्त सिस्टम द्वारा एक साथ पटरी और स्लीपर को स्वचालित तरीके से बदला जाता है।
भरतकूप स्टेशन के निरीक्षण के दौरान आशुतोष ने साफ सफाई के साथ ही सर्कुलेटिंग एरिया में गिट्टी और बालू को हटाने हेतु संबंधित विभाग को निर्देशित किया। उन्होंने स्टेशन मास्टर के कक्ष के साथ ट्रेन परिचालन की जानकारी ली।
मंडल रेल प्रबंधक द्वारा समपार फाटक संख्या 485 में इंटरलॉकिंग को मई माह में पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने गेट संख्या 495 का भी सघन निरीक्षण किया। चित्रकूटधाम कर्वी और बांदा के मध्य उन्होंने जॉइंट्स व पॉइंट्स, पॉइंट बॉक्स, सिग्नल व टर्न आउट का संरक्षा मानकों को लेकर जायजा किया गया | इसके अतिरिक्त ट्रेक पर लगे स्लीपर, ओएचई की स्थिति, हाइट तथा दूसरी रेल लाइन के विकास पर भी अधिकारियों के साथ चर्चा की।

बांदा स्टेशन का निरीक्षण :
बांदा स्टेशन के निरीक्षण का उद्देश्य उक्त स्टेशन के “अमृत भारत स्टेशन योजना” के तेहत चयनित किये जाने के उपरान्त उच्चीकरण तथा उत्तरोत्तर विकास हेतु क्रमबद्ध योजना तैयार किया जाना है | निरीक्षण के दौरान श्री आशुतोष ने स्टेशन के वीआईपी रूम स्टेशन के विकास मॉडल के प्रेजेंटेशन को देखा। स्टेशन पर उपलब्ध व्यवस्थाओं का लिया जायजा, इसके साथ ही यात्री सुविधाओं को उच्चीकृत करने के निर्देश दिए ।
उन्होंने स्टेशन बिल्डिंग को सुन्दरीकरण पर नए डिजाईन के साथ स्थानीय रूप भी दर्शित हो । स्टेशन पर उपलब्ध यात्री प्रतीक्षालयों का उच्चीकरण, पैदल पुल तथा के साथ स्टेशन बिल्डिंग , सर्कुलेटिंग क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए सफाई व्यवस्था के स्तर को बढाए जाने पर जोर दिया, नए कोच इंडिकेशन बोर्ड तथा ट्रेन इंडिकेशन बोर्ड, मल्टी ट्रेन डिस्प्ले सिस्टम, ऑफिस साइनेज बोर्ड, कम्पूटरीकृत उद्घोषणा प्रणाली तथा यात्री प्रतीक्षालय में उचित फर्नीचर व्यवस्था से उच्चीकरण सम्बंधित विस्तृत योजना तैयार की गयी। बांदा स्टेशन के विकास के उद्देश्य से सिविल प्रशासन से भी बात की जिससे स्टेशन के मास्टर प्लान के तहत विकसित किया जा सके। उन्होंने स्टेशन के दोनों ओर प्रवेश द्वार के साथ स्टेशन के बाहर मल्टी कलर डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएंगे। उन्होंने खंड के दोहरीकरण के बारे में बात की और दोहरीकरण के दौरान स्टेशन बिल्डिंग को शिफ्ट करने पर भी चर्चा की गई।बांदा निरीक्षण के दौरान मंडल रेल प्रबंधक ने रेलवे कॉलोनी का भी जायजा लिया। स्टाफ संबंधी समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए। श्री आशुतोष ने बांदा स्टेशन के दोनों ओर के सर्कुलेटिंग एरिया का सघन निरीक्षण किया जिसमें भविष्य में स्टेशन के विकास पर संबंधित अधिकारियों से चर्चा की।
ज्ञात हो की “अमृत भारत स्टेशन योजना” के अंतर्गत 30 स्टेशनों का उच्चीकरण तथा विकास किया जाना है। इसमें प्रथम फेज में चित्रकूटधाम कर्वी और बांदा स्टेशन को भी सम्मिलित किया गया है । चित्रकूटधाम कर्वी और बांदा स्टेशन के अमृत भारत योजना के अंतर्गत विकास के प्रेजेंटेशन के दौरान सांसद चित्रकूट बांदा आरके सिंह पटेल के प्रतिनिधि पंकज अग्रवाल और बीके सिंह भी उपस्थित रहे।
निरीक्षण के दौरान मुख्य परियोजना प्रबंधक (गति शक्ति) डी पी गर्ग, वरिष्ठ मंडल इंजिनीयर (समन्वय) आशुतोष चौरसिया, वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं टेलिकॉम अभियंता अमित गोयल, वरिष्ठ मंडल इंजिनीयर (पूर्व) इंद्र पाल सिंह यादव, जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह, सहायक वाणिज्य प्रबंधक पंकज त्रिपाठी सहित रेल पर्यवेक्षक एवं अन्य स्टाफ उपस्थित रहे |