बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा ने वादा खिलाफी के नौ साल पूरे होने पर काला झंडा दिखा कर किया विरोध

झांसी। बुन्देलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व में प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला अधिकारी के माध्यम से भेंट किया गया। ज्ञापन में कहा गया कि गत लोकसभा (2014) चुनाव में झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने बुन्देलखंड राज्य 3 साल के भीतर बनवा देने का वादा बुन्देलखंड की जनता ने किया था। 3 साल की जगह 9 साल पूरे हो गए है, वायदा पूरा नहीं किया।

उत्तर प्रदेश सरकार ने सात जनपदों क्रमशः झांसी, बाँदा, जालौन, हमीरपुर, ललितपुर, चित्रकूट एवं महोबा को मिलाकर बुन्देलखंड विकास बोर्ड का गठन किया है। इसी प्रकार मध्य प्रदेश सरकार ने सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, दमोह, पन्ना, दतिया एवं निवाड़ी को मिलाकर बुन्देलखंड विकास प्राधिकरण का गठन किया है। इन्ही समस्त जिलों को बुन्देलखंड मानकर केंद्र सरकार ने बुन्देलखंड पैकेज दिया था। इन क्षेत्रों के साथ लहार, पिछोर, करेरा, गोहांड, चंदेरी, गंजबासौदा, कटनी, सतना का चित्रकूट आदि क्षेत्रों को जोड़कर अखंड बुन्देलखंड राज्य का निर्माण किया जाना चाहिये।
महोबा-हमीरपुर सांसद श्री पुष्पेंद्र सिंह चंदेल द्वारा प्रथक अखण्ड बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण के लिए संसद में रखा गया प्राइवेट बिल को शीघ्र कैबिनेट की मंजूरी दी जाए जिससे राज्य निर्माण की प्रक्रिया साकार रूप लेना प्रारम्भ कर दे। बुंदेलियों का सब्र अब टूटता जा रहा, कही ऐसा न हो कि इसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़े। वायदा किया जाए तो निभाना भी आना चाहिए। 3 साल की जगह अब 9 साल बीत गए है ये तो वादा खिलाफी की पराकाष्ठा हो गई है। प्रधानमंत्री अपनी कथनी को करनी में परिणित कीजिये वर्ना बुन्देली आक्रोश को भुगतने को तैयार हो जाइए।
जिलाधिकारी को ज्ञापन भेंट करने के उपरान्त सांसद झांसी के निवास पर काला झंडा लेकर प्रदर्शनकारी दो पहिया वाहन पर जुलूस के रूप में निकले। इच्छा है प्रभु राम की, बुन्देलखंड राज्य निर्माण की एवं प्रधानमंत्री वादा निभाओ बुन्देलखंड को राज्य बनाओ के नारे लगाते हुए जैसे ही थाना नवाबाद पहुंचे वहां पहले से उपस्थित पुलिस ने रास्ता रोक कर भानू सहाय के हाथ से काला झंडा छिना लिया। आक्रोशित बुन्देली योद्धाओं ने जमकर प्रदर्शन के दौरान सांसद वाला ज्ञापन थाना प्रभारी के माध्यम से भिजवाकर कहा कि 2024 में बुन्देली आपको हराने के कार्य करें।
आंदोलनकारियों में रघुराज शर्मा, गिरजा शंकर राय, कुंवर बहादुर आदिम, बंटी दुबे, हनीफ खान, प्रदीप झा, रामजी सिंह जादौन, कलाम कुरैशी,अनिल कश्यप, अरुण रायकवार शंकर रायकवार, विजय रायकवार, बृजेश राय, सतेन्द्र श्रीवास्तव, जगमोहन मिश्रा,प्रभु दयाल कुशवाहा, फरद खान, सहीदा बेगम , गोविन्द सोनकर, रूपेश रायकवार, कपिल वर्मा, बृजेश रायकवार आदि शामिल रहे।