गहमा गहमी के बाद संजय अग्रवाल उपसभापति निर्विरोध निर्वाचित

झांसी। झांसी में रानी लक्ष्मीबाई अरबन कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के सभापति पद पर भाजपा हाई कमान के हस्तक्षेप के बाद बुधवार को मनु सिंह की ताजपोशी हो ही गयी। नामांकन के तय समय तक सभापति पद पर एक ही नामांकन होने से उन्हें निर्विरोध सभापति चुना गया। वहीं गहमागहमी के बीच संजय अग्रवाल नारद भी उपसभापति पद पर निर्विरोध चुने गए। पर्चा दाखिल कराने के लिए सांसद अनुराग शर्मा, एमएलसी डॉ बाबूलाल तिवारी, पूर्व मेयर रामतीर्थ सिंघल, जिलाध्यक्ष मुकेश मिश्रा व जमुना कुशवाहा, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सुधीर सिंह सहित अन्य पदाधिकारी व बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता पहुंचे थे।

दरअसल झांसी में अरबन बैंक डायरेक्टर का चुनाव माह जनवरी में हुआ था। चुनाव में सभी 12 डायरेक्टर भाजपा के निर्विरोध चुने गए थे। तय था कि इन्ही में से एक को सभापति चुना जाना था, लेकिन मनु सिंह के अलावा अमित चिरवारिया, रमाकांत दुबे पंकज और पुरुषोत्तम स्वामी के दावा ठोंक देने से पेंच फंस गया था। हालत यह हो गई कि भाजपा में अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के सभापति का चुनाव झांसी से लेकर लखनऊ तक टकराव का कारण बना नजर आया।

इस हालत में 27 जनवरी 2023 को होने वाला सभापति का चुनाव चार महीने में भी नहीं हो पाया। चूंकि, सहकारी बैंक के चुनाव से पहले 14 जून को अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के सभापति का चुनाव होना तय हो गया था। ऐसे में पिछले दो-तीन दिनों से भाजपा के दोनों गुटों के लोग लखनऊ में डेरा जमाए हुए थे। मंगलवार को देर तक चले मंथन के बाद आखिरकार मनु सिंह के नाम पर मुहर लग गई और सभी इसे मानने को मजबूर हो गए।

आज नामांकन के बाद एक ही पर्चा दाखिल होने के चलते मनु सिंह निर्विरोध सभापति चुन लिए गए। इस अवसर पर मनु सिंह ने कहा कि बैंक की स्थिति को सुधारकर उसे ऊंचाई पर ले जाना उनकी प्राथमिकता रहेगी। साथ ही सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों को दिलाया जाएगा।

तय हो गया उपसभापति का नाम बैंक के उपसभापति पद के लिए काफी नोंक झोंक के बाद निर्णय लिया जा सका। इस पद के लिए पंकज दुबे, संजय अग्रवाल व उमा गांधी ने पर्चा खरीद लिया था। इस पर पंकज दुबे व संजय अग्रवाल आमने-सामने आ गए। बाद में किसी तरह काफी समझाने के बाद सहमति बन गयी और दोनों नाम वापस हो गए और संजय अग्रवाल को निर्विरोध चुन लिया गया।