– अवैध बैंडिंग व यात्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़ बंद हो 

झांसी। रेलवे द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर वीरांगना लक्ष्मी बाई झांसी रेलवे स्टेशन के आधुनिक सुविधाओं से युक्त सौंदर्यीकरण के तहत स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग को तोड़ कर स्वरूप बदले जाने का विरोध शुरू हो गया है। पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने सोमवार को डीआरएम का घेराव करते हुए ज्ञापन सौंप कर स्टेशन की बिल्डिंग न तोड़ने की मांग की। साथ ही उन्होंने स्टेशन पर हो रही अवैध वेंडिंग, दूषित भोजन और यात्रियों की सुरक्षा के साथ हो रहे खिलबाड़ का मुद्दा उठाते हुए कार्यवाही की मांग की।

सोमवार को पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने डीआरएम को ज्ञापन देते हुए बताया की भारतीय इतिहास में झांसी का एक अलग ही महत्व पूर्ण स्थान है। उन्होंने कहा की महारानी लक्ष्मी बाई की 1857 की वीर गाथाएं आज भी देश विदेशों में पढ़ते और स्मरण करते है, और अपने आप को महसूस करते है। झांसी का प्रत्येक व्यक्ति झांसी शहर को एक एक पुरानी वस्तु सहेज और संभाल कर रखना चाहता है। झांसी का लगभग 150 वर्ष पुराना रेलवे स्टेशन भवन हैरिटेज बिल्डिंग की तरह देखा जाता है। इसलिए झांसी स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग को तोड़कर नई बिल्डिंग बनाना उचित नही।

उन्होंने कहा स्टेशन का विकास कार्य करना है तो रेलवे स्टेशन के पश्चिम की ओर पड़ी खाली जमीन पर विकास कार्य करें। उन्होंने कहा की वह किसी भी कीमत पर स्टेशन भवन की तोड़फोड़ नही होने देंगे वह इसका पुरजोर विरोध करेंगे। वहीं उन्होंने रेलवे स्टेशन पर अवैध वेंडर्स के खिलाफ मोर्चा खोलकर उसे बंद कराने की मांग की। साथ ही उन्होंने यात्रियों की सुरक्षा के साथ हो रही घटनाओं कर रोक लगाने और दूषित भोजन जो यात्रियों को दिया जा रहा उस पर कार्यवाही की मांग करते हुए कहा की ट्रेनों में शाकाहारी ओर माशाहारी के लिए अलग अलग किचिन बनाई जाए। इस दौरान मुकेश अग्रवाल, अमीर चन्द्र, मनीराम कुशवाह, बलराम यादव सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।