खजुराहो व डबरा स्टेशन भी होंगे शामिल

झासी । उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने शुक्रवार को बताया कि मंडल के वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी, डबरा तथा खजुराहो रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला छह अगस्त को वर्चुअल माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रखने जा रहे हैं।

 डीआरएम कार्यालय सभागार में पत्रकारों को जानकारी देते हुए श्री सिन्हा ने बताया कि अभी झांसी स्टेशन के पुनर्निर्माण की डीपीआर को भेजा गया है और इसके बाद टेंडर होगा जिसमें टाइमलाइन निश्चित कर दी जायेगी। का की शुरुआत के लिए संभवत: दो से तीन वर्ष का समय लग सकता है। उन्होंने 6 अगस्त के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि सुबह नौ से 11 बजे तक स्थायीय कला और संस्कृति से जुड़े कार्यक्रम पेश किये जायेंगे । 11 बजे के बाद प्रधानमंत्री वर्चुअली आधार शिला रखेंगे। इस कार्यक्रम को वीडियो वॉल्स तथा एलसीडी के माध्यम से आमलोगों के बीच प्रसारित किया जायेगा। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि व गणमान्यों को आमंत्रित किया गया है।

उन्होंने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 508 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास होना है इसी के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छह अगस्त को वर्चुअल माध्यम से झांसी, डबरा और खजुराहो रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे। वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन का 477़ 55 करोड़ की लागत से पुनर्विकास और उच्चीकरण का काम किया जायेगा और इसी के तहत स्टेशन पर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं विकसित की जायेंगी। यह कार्य 50 वर्षों की संभावित जरूरतों को ध्यान में रखकर किया जायेगा। इसका फ्रंट और बैक व्यू झांसी का किला और रानी महल से प्रेरित है । स्टेशन परिसर में आवागमन की बहुत अच्छी सुविधा विकसित की जायेगी।

इसके साथ ही स्टेशन पर दो एंट्री तैयार की जायेंगी और दूसरी एंट्री के लिए सिटी प्लानर के अनुसार सकुर्लेटिंग एरिया का विकास किया जायेगा। इसके तहत दोनों तरफ बड़ी पार्किंग की भी व्यवस्था की जायेगी। इतना ही नहीं स्टेशन पर 36 लिफ्ट, 19 एस्कलेटर्स और 02 ट्रेविलेटर का प्रावधान है। स्टेशन पर पीक आवर्स में यात्री वहन की क्षमता को 6093 से बढ़ाकर 17061 किया जायेगा। इतना ही नहीं 298 यात्रियों को बैठने की सुविधा देने वाले एससी लॉन्ज के साथ पश्चिमी सकुेर्टिंग एरिया में एक नॉनएसी लॉन्ज भी बनाया जायेगा जिसमें 98 यात्रियों के बैठने की सुविधा होगी।

स्टेशन पर निर्बाध बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 250 किलोवाट के सोलर पैनल लगाये जायेंगे। गाडियों की समय से जुड़ी सूचना देने के लिए 10 बड़ी वीडियो वॉल बनायी जायेंगी। भविष्य की आवश्यकताओं के दृष्टिगत इलेक्ट्रिकल व्हीकल पॉवर चार्जिंग पॉइंट का प्रावधान | स्टेशन परिसर को विकसित करने में लोक कला का इस्तेमाल किया जायेगा साथ ही दिव्यांगजनों की सुगमता को ध्यान में रखकर स्टेशन में सुविधाओं का विकास किया जायेगा।

इसके अतिरिक्त झॉसी मंडल के खजुराहो स्टेशन का पुनर्विकास हेतु परामर्शदात्री एजेंसी (ARINEM) द्वारा डिजाईन तैयार किया जा रहा है। स्टेशन पर सुविधाओं के विस्तार व उच्चीकरण के क्रम में “अमृत भरत स्टेशन स्कीम” के अंतर्गत प्रथम चरण में कुल 16 स्टेशन पुनर्विकसित किये जाने हेतु चयनित किये गए हैं जिसमें डबरा स्टेशन के अतिरिक्त बांदा, मुरैना, महोबा, चित्रकूट धाम कर्वी, दतिया, ललितपुर, उरई, पुखरायां, घाटमपुर, भिंड, हरपालपुर, टीकमगढ़, छतरपुर ओरछा एवं श्योपुरकलां सम्मिलित हैं |
मंडल द्वारा द्वितीय चरण में विकसित किये जाने वाले अन्य 14 स्टेशन में अतर्रा, बबीना, बेलाताल, भरुआ सुमेरपुर, कालपी, कुल्पहाड, मऊरानीपुर, निवाड़ी, रागौल, तालबेहट, एट, हमीरपुर रोड, कोंच एवं शनिचरा हैं|
प्रेस वार्ता के दौरान अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रा) विवेक मिश्रा, अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) आर डी मौर्य, सी पी एम (गति शक्ति यूनिट) डी पी गर्ग सहित जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे।