झांसी । 18 अगस्त को उत्तर मध्य रेलवे, झाँसी मंडल के झांसी – ग्वालियर खंड के तीसरी लाइन पर दतिया स्टेशन पर संस्थापित पैनल इंटरलॉकिंग के स्थान पर स्टैण्डर्ड III इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया गया है। इसके साथ ही चिरूला स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में तीसरी लाइन के अनुरूप अल्टरेशन का बड़ा कार्य संपन्न हुआ। उक्त संस्थापन कार्य के पूर्ण होने से ट्रेनों का सञ्चालन में सुगमता के साथ ट्रेनों को गति मिलेगी । आज दिनांक 18.08.23 को तीसरी लाइन के संबंध में दतिया समय 17.30 एवं चिरूला स्टेशन समय 17.50 पर EI का कार्य निर्धारित समय से पूर्व एवं बिना किसी अतिरिक्त विलम्बन के संपन्न हुआ।
इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग केन्द्रीयकृत कम्प्युटरीकृत सिग्नल प्रणाली है, जिसमें गाड़ी के रूट को मात्र एक बटन के सहारे आसानी से बदला जा सकता है। इस प्रणाली की स्थापना से रेलगाड़ियों की समयबद्धता में सुधार के साथ संरक्षा भी बेहतर होती है I इससे पूर्व करोंदा स्टेशन पर पैनल इंटरलॉकिंग की व्यवस्था थी, इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग पैनल इंटरलॉकिंग के मुकाबले संरक्षा की दृष्टि से ज्यादा भरोसेमंद प्रणाली है |
परिचालन विभाग के कुशल कार्य निष्पादन से कार्य के तय समय सीमा में पूर्ण कर लिया गया।
मंडल रेल प्रबंधक श्री दीपक कुमार सिन्हा के कुशल मार्ग-दर्शन और वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं टेलिकॉम इंजिनीयर (समन्वय)अमित गोयल तथा वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अखिल शुक्ल के नेतृत्व मेंअत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य परिचालन विभाग के उचित समन्वय से लक्षित समय के अंदर सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया गया I

उक्त संस्थापन कार्य के दौरान वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं टेलिकॉम इंजिनीयर (मेन लाइन) श्री विष्णु गुप्ता के नेतृत्व में सिग्नल और टेलीकम्युनिकेशन के साथ पर्यवेक्षक तथा परिचालन विभाग के SM/DAA श्री आर सी डांगी,एवं SM/CIRL श्री अमित अवस्थी तथा TI/GWL/S द्वारा NI कार्य में सराहनीय योगदान दिया गया।