– यात्रियों में अफरातफरी, ग्वालियर की दमकल टीमों ने आग को बुझाया

– दूसरा इंजन लगा कर दौड़ाई इंटरसिटी, बड़ा हादसा टला

ग्वालियर / झांसी (संवाद सूत्र)। दिल्ली – झांसी रेल मार्ग पर मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सिथौली स्टेशन के पास 19666 उदयपुर-खजुराहो ट्रेन के इंजन में अचानक आग लगने की खबर से अफरातफरी मच गयी । इंजन से धुआं निकलते देख लोको पायलट ने ट्रेन को तुरंत सिथौली के पास रोक दिया और तत्काल कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। आग की सूचना मिलते ही ग्वालियर से फायर ब्रिगेड को तुरंत मौके पर पहुंची और आग को बुझाया। कुछ ही समय में स्थितियां नियंत्रित कर ली गईं। इससे कोई गंभीर हालत उत्पन्न होने से बच गये।

घटनाक्रम के मुताबिक उदयपुर से चल कर खजुराहो जा रही उदयपुर-खजुराहो इंटरसिटी ग्वालियर स्टेशन पर अपने निर्धारित समय 12.14 मिनट पर न आकर देरी से 12.35 मिनट पर आई। इसके बाद ट्रेन 12.45 पर ग्वालियर से झांसी के लिए रवाना हुई। जब ट्रेन ग्वालियर स्टेशन से करीब 7 किमी दूर सिथौली स्टेशन के पास पहुंची ही थी कि, उसके इंजन में आग लग गई और धुवां निकलने लगा। आग का पता लगते ही लोको पायलट ने ट्रेन को रोक दिया। इसके बाद कंट्रोल रूम को सूचित किया गया।

सूचना मिलते ही एक्टिव हुई रेलवे टीम की ओर से ग्वालियर से फायर अमले को रवाना किया। मौके पर अधिकारियों की टीम व ग्वालियर से फायर अमले की एक के बाद एक तीन गाड़ियां पहुंच गई। तत्काल इंजन की आग को बुझाने के प्रयास शुरू किए गए। आग लगने की जानकारी लगने पर ट्रेन के कोचों में सवार यात्रियों में अफरातफरी मच गई और यात्री कोचों से उतर आए।

ताजा अपडेट के अनुसार, दमकल की तीन गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया और कुछ ही देर में स्थितियां नियंत्रित कर ली गईं। फिलहाल, ट्रेन को पीछे की ओर सिथौली रेलवे स्टेशन ले जाया गया और वहां इंजन बदलकर ट्रेन को गंतव्य के लिए रवाना किया गया। इंजन में आग लगने के कारणों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। प्रथम दृष्टया आग लगने के पीछे इंजन की वायरिंग में शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार ट्रेक पर अचानक ट्रेन को रोके जाने के कारण मार्ग से गुजरने वाली अन्य ट्रेनों का आवागमन भी प्रभावित हुआ। इंटरसिटी के रवाना होने पर आवागमन सामान्य हो गया है।

इंजन के मशीन रूम में लगी थी आग

जनसम्पर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि 19 अगस्त को समय 12.55 बजे गाड़ी संख्या 19666 (उदयपुर- खजुराहों इंटरसिटी) के इंजन में सिथौली स्टेशन से निकलते समय इंजन के मशीन रुम में धुआ देखकर इंजन के लोको पायलट संजीव परिहार/ आगरा एवं सहायक लोको पायलट पुरषोत्तम मीना /आगरा ने तुरंत गाड़ी को खड़ा किया एवं सुरक्षात्मक कार्यवाही की | एहतियात के तौर पर फायर बिग्रेड को तत्काल घटनास्थल के लिए सूचित किया गया। घटना की सूचना प्राप्त होते ही मुख्य लोको निरीक्षक आर. आर. यादव, ए. के. दीक्षित, राजेश सिथोले, एस. एस. मीना तुरंत घटना स्थल पर पहुंच गए | इसी दौरान ट्रैन पर सफर कर रहे लोको अनुरक्षण से जुड़े रेलवे स्टाफ ने भी तुरंत लोको के पास पहुंचकर कर मामले को संज्ञान में लिया। रेलवे स्टाफ की तकनीकी सूझबूझ एवं तत्परता से किये गए कार्य से किसी संभावित दुर्घटना पर नियंत्रण पा लिया गया | ट्रेन को दूसरे रेल इंजन द्वारा गंतव्य की ओर रवाना किया गया। इस दौरान मंडल नियंत्रक कार्यालय में अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) आर. डी. मौर्य एवं वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर (परिचालन) अशोक प्रिय गौतम भी उपस्थित रहे | साथ ही साथ वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर (लोको) आर आर लाजरस के साथ सहायक मंडल बिजली इंजीनियर (लोको) एवं सहायक मंडल बिजली इंजीनियर (परिचालन) ने घटनास्थल पर पहुंचकर कर कार्यवाही का नेतृत्व किया।