शिकायत पर रेलवे ने कराई जांच, सामने आईं तमाम कमियां

झांसी। वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन के फूड प्लाजा में यात्री को परोसे गए सांभर में कीड़ा निकलने पर अफरातफरी मच गई। यात्री की शिकायत दर्ज होने के बाद जागे रेल प्रशासन द्वारा खाने आदि की जांच कराई, जिसमें कमियां सामने आईं हैं। देखना है कि रेल प्रशासन क्या कार्रवाई करता है या यूं ही यात्रियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ होते रहने देना चाहता है।

दरअसल, फिरदौस मोहम्मद नाम के यात्री ने मंगलवार की रात तकरीबन 12 बजे झांसी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर स्थित फूड प्लाजा पर इडली-सांभर का आर्डर दिया। इस पर उन्हें इडली सांभर परोसा गया। इससे पहले कि वे खाते उन्हें सांभर में कीड़ा तैरता  नजर आया। इसकी शिकायत उन्होंने प्लाजा के कर्मचारियों से की। इस पर स्टाफ ने उनका खाना बदलने की पेशकश की गई। लेकिन, यात्री इसके लिए तैयार नहीं हुआ।

इसके बाद में यात्री फिरदौस ने अपनी शिकायत रेल प्रशासन के समक्ष दर्ज कराई। इसे गंभीरता से लेते हुए रेल प्रशासन द्वारा आईआरसीटीसी व कैटरिंग इंस्पेक्टर की संयुक्त टीम टीम से बुधवार को जांच कराई। जांच पड़ताल में प्लाजा के प्रबंधक के पास मेडिकल प्रमाण पत्र नहीं मिला। रसोई घर की चिमनियां बंद थीं, साफ़ सफाई नाम मात्र को भी नहीं थी। इस दौरान टीम ने प्लाजा में भरा रखा सांभर नष्ट कराया। इस कार्रवाई से फूड प्लाजा समेत स्टेशन पर वेंडरों के बीच भी अफरातफरी की स्थिति रही और मेडिकल कार्ड बनवाने वालों की लाइन लग गई।

आखिर जिम्मेदारों पर क्यों नहीं होती कार्रवाई 

इस पूरे मामले में यह रहस्य है कि रेल प्रशासन का जिम्मेदार खानपान इंस्पेक्टर की फौज क्या कर रही है। जबकि फूड प्लाजा से सटा आईआरसीटीसी खानपान विभाग का दफ्तर है और इसमें इंस्पेक्टर व अन्य स्टाफ की फौज मौज मस्ती करती रहती है। चार कदम की दूरी पर फूड प्लाजा पर नजर नहीं रखते तो प्लेटफार्म पर दर्जनों स्टालों पर क्या देखते होंगे।