– हिंदू पूजा महोत्सव में आने वाली समस्याओं का जल्द हो निराकरण, नहीं तो होगा आंदोलन

झांसी। श्री गणेश महोत्सव, मेला जलविहार एवं श्री दुर्गा उत्सव जैसे महान हिंदू धार्मिक आस्थाओं के पूजा महोत्सव में आने वाली समस्याओं का जल्द निराकरण हो, नहीं तो आंदोलन होगा। इसकी समस्त जिम्मेदारी नगर निगम और जिला प्रशासन की होगी। यह ऐलान शनिवार को मेला जल विहार समिति के पदाधिकारियों ने किया है।

शनिवार को इस्कॉन मंदिर के प्रांगण में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए मेला जल विहार समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष पूर्व पार्षद मुकेश अग्रवाल एवं महामंत्री पीयूष रावत ने संयुक्त रूप से कहा कि हर बार की तरह इस बार भी प्रशासन का ढुलमुल रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। श्री मेला जलविहार समिति, गणेश उत्सव समिति एवं दुर्गा उत्सव समिति हर वर्ष इन उत्सवों में आने वाली समस्याओं का निराकरण की मांग करती है, लेकिन प्रशासन द्वारा इनका ठोस निराकरण नहीं किया जाता। यदा- कदा प्रशासन द्वारा समस्याओं के निराकरण के नाम पर सिर्फ औपचारिकताएं पूर्ण की जाती है, लेकिन इस बार समिति ऐसा नहीं होने देगी।

समिति ने नगर निगम, जिला और पुलिस प्रशासन से विभिन्न समस्याओं के निराकरण की अपेक्षा की है। इन मांगों में भगवान की प्रतिमाओं के विसर्जन हेतु लक्ष्मी गेट बाहर स्थित कुंड की अच्छे ढंग से सफाई कराने, प्रतिमाओं के आगमन एवं विसर्जन मार्ग को ल

दुरुस्त करने, मार्गो में आने वाली दुकानों के आगे निकले टीन सेट आदि अतिक्रमण को हटाए जाने, मार्गो में काफी नीचे झूल रहे विद्युत, डिस्क आदि के तारों को ऊंचा किए जाने, पेड़ों की छंटाई करने, पूजा महोत्सव पंडालों के पास समुचित सुरक्षा व्यवस्था किये जाने, सभी पंडालों के पास सीसीटीवी कैमरा लगाए जाने, भगवान के मंदिरों एवं पूजा महोत्सव के पास सुबह- शाम प्रतिदिन सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किए जाने, पूजा पंडालों एवं मंदिरों के पास वर्दी के साथ-साथ सादा वर्दी में भी पुलिस का पहरा लगाए जाने आदि मांगे रखी गई है। इनके जल्द निराकरण कराए जाने की मांग को लेकर समिति लगातार संघर्षरत है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को हुई शांति कमेटी की बैठक में भी यह मांगे रखी गई हैं।

सभी समिति सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि यदि उक्त समस्याएं जल्द ही निस्तारित नहीं की जाती तो सभी सदस्य एवं पूजा पंडाल कमेटियां मंदिर समितियां धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य हो जाएगी, इसकी जिम्मेदारी नगर निगम एवं जिला प्रशासन की होगी। एक सवाल के जवाब में बताया गया कि कुंड की सफाई अच्छे ढंग से होना चाहिए अन्यथा भगवान की मूर्तियों को विसर्जन नहीं किया जाएगा विसर्जन के स्थान पर सभी मूर्तियां नगर निगम परिसर में एकत्र कर दी जाएगी और सभी समिति के सदस्य द्वारा वहां धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

इस दौरान नगर धर्माचार्य पं हरिओम पाठक, मेला जलविहार कमेटी अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, महामंत्री पियूष रावत, अमित चिरवरिया,पुरूषोत्तम स्वामी, प्रदीप नगरिया, आलोक चतुवेर्दी ,वरिष्ठ उपाध्यक्ष किशन सरवरिया, विनोद अवस्थी, राजेश विरथरे, जगदीश प्रसाद गुप्ता, अतुल किल्पन, अजय मिश्रा ,सत्येंद्र पुरी गोस्वामी, मुकेश सोनी, अभिषेक साहू, पवन गुप्ता ,जयदीप खरे, नरेश सिंह ऋषि, समीर तिवारी, प्रभात शर्मा, संजीव तिवारी, अतुल मिश्रा ,नरेंद्र अग्रवाल, विकास अवस्थी सूर्यप्रकाश अग्रवाल, पुरुकेश अमरया, मीडिया प्रभारी डॉ भूपेंद्र रायकवार आदि उपस्थित रहे।