झांसी। प्रौढ महिलाओं व युवतियों को शिक्षा , बेहतर जीवन शैली एवं धन का प्रलोभन देकर ईसाई धर्म से संपरिवर्तन कराने के बहुचर्चित मामले में आरोपी एक महिला सहित तीन अभियुक्तों के जमानत प्रार्थनापत्र विशेष न्यायाधीश (द०प्र०क्षे०)धीरेन्द्र कुमार तृतीय की अदालत में निरस्त कर दिए गए।

विशेष शासकीय अधिवक्ता विपिन कुमार मिश्रा के अनुसार २९ जुलाई २०२३ को वादी मुकदमा एस०एच०ओ० आनन्द कुमार सिंह थाना प्रेमनगर के सीयूजी मोबाईल पर अंचल अडजरिया द्वारा सूचना दी गई कि मोहल्ला महावीरनपुरा में सन्तोष कुमार पुत्र बाबूलाल के घर के अन्दर विभिन्न आयु वर्ग की अधिकांश अनुसूचित जाति की प्रौढ महिलाओं व युवतियों को शिक्षा , बेहतर जीवन शैली एवं धन का प्रलोभन देकर ईसाई धर्म से संपरिवर्तन कराने का प्रयास किया जा रहा है। इस सूचना पर एस०एच०ओ० प्रेमनगर निरीक्षक आनन्द कुमार सिंह पुलिस बल सहित मोहल्ला महावीरनपुरा में सन्तोष कुमार चौधरी पुत्र बाबूलाल के घर के पास गाड़ियों से उतरकर पास में ही खड़े जनता के गवाहान अंचल अडजरिया, राहुल निगोरिया, दीपक वर्मा ,सन्दीप, शैलेन्द्र कुमार प्रताप, विकास कुशवाहा, विनोद अवस्थी, गुलशन भार्गव, अतुल मिश्रा आदि को साथ लेकर पहुंचे तो सन्तोष कुमार के घर बाहर वाले कमरे का दरवाजा बन्द था, खिड़कियों के सुराख से देखा तो अन्दर एक बड़े कमरे में तीस पैतीस महिलाएं नीचे दरी पर बैठी हुयी थी और तीन व्यक्ति दो पुरुष और एक स्त्री कुर्सी पर बैठकर अपने धर्म को श्रेष्ठ बताते हुए महिलाओं और युवतियों को बरगला रहे थे और हिन्दू धर्म छोड़ने की बात कर रहे थे। हम तुझे और तुम्हारे परिवार को बहुत अच्छी शिक्षा और देर सारा धन देंगे जिससे तुम्हारा जीवन और भविष्य बेहतर बनेगा। पूर्ण विश्वास होने पर कि उक्त तीनो व्यक्ति नीचे बैठी सभी महिलाओं व युवतियों को अच्छी शिक्षा,अच्छा जीवन व पैसे का प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास कर रहे है। दरवाजा खुलवाया गया तो धर्म सपरिवर्तन कराने का प्रयास कर रहे दो व्यक्ति कमरे से बाहर निकलकर दरवाजे पर आये, जिनको मौके पर ही पकड़ लिया और एक व्यक्ति कमरे के अन्दर ही मौके फायदा उठाकर घर के अन्दर जाकर पीछे वाले गेट से भाग निकलने में सफल रहा। दोनो व्यक्तियों का नाम पता पूछते हुये जामा तलाशी ली गयी तो एक ने अपना नाम फास्टर अभिषेक कुमार पुत्र महातम राम निवासी हंसारी थाना प्रेमनगर झांसी व मूल पता गढ़वार रोड मिडटाह थाना पन्ना जनपद बलिया बताया, जिसकी जामा तलाशी से एक धार्मिक किताब आदि तथा महिला ने अपना नाम पूनम चौधरी पत्नी सन्तोष कुमार चौधरी निवासी महावीरनपुरा झाँसी उम्र करीब 33 वर्ष बताई, भागे हुये तीसरे व्यक्ति के बारे में पकड़ी गयी महिला पूनम ने बताया गया कि वह मेरे पति सन्तोष कुमार चौधरी है, जो गुप्त रूप से हिन्दू अनुसूचित जाति से ईसाई धर्म में परिवर्तित हो चुके है, परन्तु आरक्षण का लाभ लेने हेतु लिखा पढ़ी में हिन्दू ही है। पकड़े गये दोनों व्यक्तियों ने बताया कि हम भी गुप्त रूप से हिन्दु धर्म से ईसाई धर्म मे संपरिवर्तित हो चुके है और अब सन्तोष कुमार चौधरी, पास्टर आस्टिन स्मिथ राजगढ़ झांसी व पास्टर रोशनी लाल जो कि पहले से ही हिन्दू धर्म से ईसाई धर्म में संघिरवर्तित हो चुके हैं, के माध्यम से आसपास जिलों के गरीब अशिक्षित अनुसूचित जाति के महिलाओं व युवतियों को ट्यूशन देकर शिक्षा के नाम पर ईसाई धर्म का प्रसार करके उनको बेहतर जीवन व धन देने का प्रलोभन दिखाकर गुप्त रूप से हिन्दू धर्म से ईसाई धर्म में संपरिवर्तित कराने का प्रयास किया जा रहा है व आज भी यही कार्य कर रहे थे कि आप लोगों ने पकड़ लिया। उक्त मामले में धारा- ३, ५ ( १) उ०प्र० विधि विरूद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधि० २०२१के तहत थाना प्रेमनगर में मुकदमा दर्ज किया गया।

जिला कारागार में बंद अभियुक्त फास्टर अभिषेक कुमार पुत्र महातम राम निवासी हंसारी, मोहन सिंह पुत्र रामप्रसाद व अभियुक्ता पूनम चौधरी पत्नी संतोष कुमार निवासी महावीरन पुरा नगरा द्वारा प्रस्तुत जमानत प्रार्थना पत्रों पर सुनवाई उपरांत पर्याप्त आधार नहीं पाते हुए न्यायालय द्वारा प्रार्थनापत्र निरस्त कर दिए गए।