बुंदेलखंड की माटी में बनी “एलेक्स हिंदुस्तानी” फिल्म के प्रदर्शन के साथ फेस्टिवल का समापन

झांसी। बुंदेलखंड डिग्री कॉलेज के स्वर्णजयंती सभागार में सोमवार को हिंदी फीचर फ़िल्म ‘ एलेक्स हिंदुस्तानी ‘ के प्रदर्शन के साथ बुंदेलखंड के ओरछा में पांच दिन से चल रहे “ओरछा लिटरेचर फेस्टिवल” का समापन हो गया। इस अवसर पर बुंदेलखंड डिग्री कॉलेज के प्राचार्य एस के राय, एलेक्स हिंदुस्तानी फ़िल्म के निर्देशक व ओरछा फेस्टिवल के संयोजक राजा बुंदेला, निर्देशक व रुद्राणी के महासचिव राम बुंदेला, आरिफ शहडोली, साहित्यकार डा रामशंकर भारती, डा आर एन राय, हरिमोहन विश्वकर्मा, श्यामशरण नायक, फ़िल्म के अन्य कलाकार देवदत्त बुधोलिया, जावेद खान आदि उपस्थित रहे।

इससे पहले हुई मीडिया से रू-ब-रू होते हुए फिल्म अभिनेता, निर्देशक राजा बुंदेला ने ओरछा लिटरेचर फेस्टिवल में पांच दिन तक चले कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि इस दौरान पर्यटन, स्त्री विमर्श, साहित्य और समाज, एआई के खतरे, ओटीटी और सिनेमा आदि विषयों पर विभिन्न सत्र आयोजित किये गए। इन सत्रों में चाणक्य फेम डा चंद्रप्रकाश द्विवेदी, फ़िल्म व रंगमंच अभिनेता राजेंद्र गुप्ता, यशपाल शर्मा व कार्यक्रम की संयोजका, रुद्राणी की अध्यक्ष सिने व टीवी अभिनेत्री सुष्मिता मुखर्जी बुंदेला आदि ने हिस्सा लिया। अन्य सत्रों में विविध क्षेत्रों की हस्तियों शुभो सेन गुप्ता, डा मुन्ना तिवारी, मीरा अग्रवाल, गोविन्द सिंह, हरिमोहन विश्वकर्मा, अजय मनचंदा, विवेक मिश्र, पुनीत बिसारिया आदि ने भाग लिया।

राजा बुंदेला ने ओरछा साहित्य महोत्सव के प्रयोजन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका मक़सद दुनिया को बुंदेलखंड की साहित्य, ललित व लोककलाओं के साथ इनको स्थानीय लोगों की आजीविका से जोड़ना है ताकि बुंदेलखंड की गरीबी, विकास की लड़ाई को यहां के लोगों की आजीविका से जोड़ा जा सके। ओरछा लिटरेचर फेस्टिवल, खजुराहो फिल्म फेस्टिवल, राम महोत्सव आदि का आयोजन इसके अंग हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड राज्य करोड़ों बुंदेलियों का सपना है और यह एक दिन अवश्य साकार होगा। उनकी केंद्रीय गृहमंत्री सहित अनेक वरिष्ठ भाजपा नेताओं से बात हुई है और सभी इसके लिए सहमत हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उचित समय आने पर बुंदेलखंड राज्य अवश्य बनेगा।
“एलेक्स हिंदुस्तानी” फ़िल्म के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यह फ़िल्म बुंदेलखंड की क्रान्तिकारी पृष्ठभूमि पर बनी है और यहीं शूट की गई है। प्रसिद्ध अभिनेता ओम पुरी, गोविन्द नामदेव, टॉम आल्टर, सुष्मिता मुखर्जी बुंदेला, यशपाल शर्मा, राजा बुंदेला, आरिफ शहडोली आदि सहित अनेक स्थानीय कलाकार इसमें मुख्य भूमिका में है। फ़िल्म को समापन अवसर पर चुने जाने के पीछे इसकी गौरवशाली बुंदेली पृष्ठभूमि ही है। अंत में राम बुंदेला ने आभार व्यक्त किया।