पीएमओ, राजस्थान शासन सचिवालय आदि के आधा दर्जन आई कार्ड बरामद 

झांसी। वह रौब से 19665 उदयपुर सिटी एक्सप्रेस के वातानुकूलित कोच में सवार हुआ और जब डिप्टी सीटीआई ने टिकट पूछा तो उसने स्वयं को सीबीआई आफिसर बता कर धौंस जमाने की कोशिश की। डिप्टी सीटीआई ने जब उसके आई कार्ड की जांच की तो फर्जी निकला। इस नटवर लाल को झांसी स्टेशन पर आरपीएफ/जीआरपी के हवाले कर दिया।

दरअसल, 19665 उदयपुर सिटी एक्सप्रेस के बी-1 कोच में डिप्टी सीटीआई अमित दुबे ड्यूटी कर रहे थे। जैसे ही ट्रेन मऊरानीपुर स्टेशन पर पहुंची तभी उस कोच में लगभग 39 वर्षीय व्यक्ति सवार हुआ। उससे जब डिप्टी सीटीआई ने टिकट पूछा तो उसने धौंस दिखाते हुए स्वयं को सीबीआई आफिसर बताया और पीएमओ का एक आई कार्ड दिखाया। जांच करने पर यह कार्ड फर्जी निकला। इस पर उससे पूछताछ की गई तो वह घबरा गया।

तलाशी लेने पर उसके पास आधा दर्जन आई कार्ड मिले। इनमें एक छोड़ कर सभी पर 31 दिसंबर 23 तक के लिए वैधता की तिथि दर्ज थी, पद व विभाग के कालम में गोपनीय लिखा था। इनमें सभी पर अशोक की लाट का चिन्ह था। जो कार्ड रेल यात्रा के लिए थे उन पर अशोक की लाट के साथ भारतीय रेलवे का लोवो व वीआईपी लिखा था। इनमें भारत सरकार सचिवालय नई दिल्ली का रेल यात्रा पास, राजस्थान सरकार शासन सचिवालय जयपुर का रेल यात्रा पास, मुख्यमंत्री भवन में प्रवेश का कार्ड आदि आधा दर्जन प्लास्टिक आई कार्ड के अलावा प्रवेश कुमार दुबे के नाम का एक आधार कार्ड एवं मोहर मिली।

इन सभी कार्ड में फोटो एक ही व्यक्ति की थी, किन्तु किसी में नाम प्रवेश कुमार दुबे तो किसी में प्रवेश दुबे लिखा था। पूछताछ में उसने अपना नाम प्रवेश दुबे पुत्र सूर्य वली दुबे निवासी मिर्जापुर उप्र बताया। इस फर्जी सीबीआई आफिसर की सूचना डिप्टी सीटीआई ने कंट्रोल रूम को दी। इसके बाद जैसे ही ट्रेन झांसी स्टेशन पर प्लेटफ़ॉर्म नंबर तीन पर आकर रुकी तभी आरपीएफ व जीआरपी स्टाफ बी-1 कोच पर पहुंच गया।

नटवर लाल आरपीएफ/जीआरपी की कस्टडी में, मैमो लेने से किया इंकार 

डिप्टी सीटीआई ने उक्त नटवर लाल को रेलवे पुलिस को सौंप दिया और जब प्रकरण से संबंधित मैमो व बरामद फर्जी आई कार्ड सौंपने का प्रयास किया तो दोनों बल स्टाफ ने एक-दूसरे पर थोपते हुए लेने से मना कर दिया। काफी बहस के बाद भी किसी ने मैमो व कार्ड आदि लेने से हाथ खड़े कर दिए। इस दौरान अचानक ट्रेन चलने लगी तो डिप्टी सीटीआई आरोपी को आरपीएफ/जीआरपी की कस्टडी में छोड़ कर मैमो व बरामद आई कार्ड लेकर ट्रेन में सवार हो गया। इसके बाद आरोपी को लेकर जीआरपी थाने पहुंच गई।

लेवर सप्लाई का काम करता है नटवर लाल 

पकड़े गए व्यक्ति ने बताया कि वह मिर्जापुर निवासी हैं और लेबर सप्लाई का काम करता है। काम से वह रविवार को मऊरानीपुर गया था और वापस लौट रहा था। वन विभाग में उसके मजदूर सफाई का काम कर रहे हैं।