अंधे कत्ल का पर्दाफाश, महिला की हत्या में भतीजा गिरफ्तार

झांसी। जिले के थाना पूंछ क्षेत्र के बाबई गांव में दो दिन पहले धंती देवी (55) की गला रेतकर की गई हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। यह हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि धंती के भतीजे अजय उर्फ अज्जू ने की थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या का कारण मृतका द्वारा आरोपी को भिखारी और नकारा जैसे अशब्दों से जलील करना था।
पुलिस के अनुसार घटना के दिन धंती ने आरोपी भतीजे को घर बुलाया और बेटी को फोन लगाने के लिए कहा। तब भतीजे ने बेटी की जगह नातिन को फोन लगा दिया।इससे धंती भड़क गई और भतीजे को भला बुरा कहा। इस पर बेइज्जती का बदला लेने के लिए अजय ने चाकू उठाकर धंती का गला रेत दिया। रविवार को पुलिस ने अजय को हिरासत में लिया तो वह पहले तो गोलमाल जबाव देता रहा। जब सख्ती से पूछताछ हुई तो अजय ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी ने कहा कि वो बहुत बोलती थी, इसलिए चाकू से गला काट दिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर हत्या में इस्तेमाल चाकू बरामद किया है।
दरअसल पूंछ थाना क्षेत्र के बाबई गांव निवासी धंती देवी के पति गेंदालाल अहिरवार की मौत हो चुकी है। वह घर में अकेली रहती थीं। पड़ोस में उनका चचेरा भतीजा अजय उर्फ अज्जू (27) पुत्र बाली अहिरवार रहता है। अजेय मजदूरी करता है, किंतु इसके बाद भी वह अपने खर्च के लिए आए दिन घर पर पैसा मांगता था। इससे धंती उसे भिखारी और नकारा कहकर चिढ़ाती थी। कहती थी कि कमाते हो, फिर भी घर पर भिखारी की तरह पैसे मांगते हो। तुम नकारा हो। ये उसे बहुत बुरा लगता था।
7 अगस्त की रात करीब 9:30 बजे धंती ने अजय को घर बुलाया और कहा कि बेटी से बात करा दो। बेटी की जगह अजय से नातिन दीपिका को फोन मिला दिया। इससे धंती भड़क गई और अजय को भला बुरा कहा। बाद में धंती ने अपनी बेटी राखी और सुमन से फोन पर बात की। बेटियों ने अजय से भी बात की। इसके बाद अजय ने मोबाइल से अपने किसी जानकार को फोन लगा दिया। इस पर धंती आवेश में आ गई और कहा कि आज के बाद मेरे दरवाजे मत आना। ये सुनते ही अजय ने आपा खो दिया और बेइज्जती का बदला लेने के लिए चाकू से धंती का गला काट दिया। इसके बाद दीवार फांदकर भाग गया।
अगले दिन 8 अगस्त की सुबह वह रोज की तरह जब धंती घर से बाहर नहीं निकली, पूरा दिन गुजर गया, मगर धंती देवी नजर नहीं आई। रात को देवरानी ने दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला। ऐसे में देवरानी ने अपने बेटे राजेश को बुलाया। तब तक मोहल्ले के और लोग भी आ गये। भतीजा राजेश घर के पीछे से दीवार पर चढ़कर घर के अंदर दाखिल हो गया। कमरे में गया तो वहां चारपाई पर लहूलुहान हालत में धंतीदेवी का शव पड़ा था। धारदार हथियार से उनका गला रेता गया था। वह दरवाजा खोलकर चीखते हुए घर के बाहर भागा। घटना की जानकारी मिलने पर गांव में दहशत फैल गई। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था।
बेटा परिवार के साथ इंदौर में रहता है
धंती देवी के पति गेंदालाल अहिरवार की कुछ साल पहले बीमारी से मौत हो गई थी। उनकी 3 संतान हैं। बेटा राकेश कुमार और दो बेटियों की शादी हो चुकी है। राकेश कुमार अपनी पत्नी उर्मिला और 3 बच्चों के साथ इंदौर में रहकर एक फैक्ट्री में काम करता है। धंती देवी भी अपने बेटे के साथ इंदौर में रहती थी। मगर, दो साल पहले वह गांव आकर रहने लगी थी। महिला के पास सिर्फ 3 बीघा जमीन है। इन पर गांव का सुनील कुमार खेती करता है।













