झांसी। जिले के थाना नवाबाद क्षेत्र अंतर्गत सिविल लाइंस में कोआपरेटिव बैंक के पीछे घनी आबादी में उस समय सनसनी फ़ैल गई जब एक आवास से निकल रही असहनीय दुर्गन्ध का राज खुला। आवास में संदिग्ध अवस्था में मां – बेटा के शव पड़े सड़ रहे थे। दोनों किन परिस्थितियों के शिकार हुए और कब पहेली बनी हुई है।

दरअसल, रविवार को सुबह से ही सिविल लाइंस में कोआपरेटिव बैंक के पीछे एक मकान से असहनीय दुर्गन्ध आस-पड़ोस के लोगों को संदिग्ध लगी। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मकान का दरवाजा खोल कर जांच पड़ताल की सभी हतप्रभ रह गए। अंदर मां -बेटा के शव पड़े हुए थे। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। दोनों किन परिस्थितियों का शिकार हुए प्रश्नचिन्ह बना हुआ है। क्षेत्र में तरह तरह की चर्चा हैं।

मोहल्ला निवासियों का कहना है कि मृतका के पति सरकारी कर्मचारी था और लोग उसे बाबू जी के नाम से जानते थे। बाबू जी की भी कई वर्ष पहले मौत हो चुकी है। इसके बाद से मां -बेटा अकेले ही रहते थे। फिलहाल पुलिस जांच व पोस्टमार्टम रिपोर्ट से दोनों की मौत पर लगे प्रश्न चिन्ह का उत्तर मिल सकेगा।

अपराध का एंगल नहीं – एसपी सिटी

इस मामले में एसपी सिटी का कहना है कि दुर्गन्ध की सूचना पर जब पुलिस पहुंची और जांच की तो घर की कुंडी अंदर से बंद मिली थी। दरवाजा खोलने पर अंदर लगभग 85 वर्षीय वृद्धा व उसका 45 वर्षीय पुत्र रवि का शव पड़ा था। लोगों ने बताया कि रवि डिप्रेशन में रहता था। जब इस मकान के पड़ोस के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच की गई तो पता चला कि 19 अक्टूबर को मकान में रवि गया था, इसके बाद न कोई आया और न गया। उन्होंने बताया कि शवों पर चोट के कोई निशान नहीं हैं। इस मामले में अपराध का एंगल नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारण उजागर होगा। जांच पड़ताल जारी है।