झांसी। बुन्देलखंड के झांसी जिले के मऊरानीपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम हीरापुर में अंधविश्वास का ऐसा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जिसमें एक मृत व्यक्ति को जीवित कराने के लिए एक धार्मिक स्थल पर देवी मां का दरबार लगा कर घंटों तंत्र मंत्र, पूजा आदि का ढोंग चला, जब मृत व्यक्ति जीवित नहीं हुआ तो तमाशबीनों का मजमा धीरे धीरे छंट गया।

दरअसल झांसी जिले में मऊरानीपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम हीरापुर निवासी पंचम लाल बीमार थे। बीमारी के कारण सुबह लगभग 3 बजे उनकी मौत हो गई। पंचम लाल की मौत की खबर जैसे आस-पास के लोगों को हुई तो वह भी उनके घर पहुंचने लगे। बताया जा रहा है इसी दौरान गांव के बाहर बने देवी मां के चबूतरे पर एक महिला ने स्वयं पर देवी मां की सवारी आने का दावा किया। साथ ही उसका दावा था कि मृत पंचम को वह जीवित कर देगी।

महिला के दावों का विश्वास कर अंधविश्वास से घिरे ग्रामीण मृत पंचम को लेकर उक्त स्थान पर पहुंच गए। जैसे-जैसे इसकी जानकारी गांव और आस-पास के लोगों को हुई तो वहां देखने वालों की भीड़ लग गई। भीड़ के सामने कई घंटे वहां दरबार लगा रहा और महिला स्वयं पर देवी मां की सवारी होने का दावा करते हुए मृत पंचम के शरीर में जान डालने का दावा करते हुए अजीब सी हरकत करते रही, किंतु वह जीवित नहीं हुआ। थकहार कर ग्रामीण पंचम को एक प्राईवेट अस्पताल ले गये। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

इस मामले में मृतक के भाई का कहना है कि पंचम के पेट में दर्द हुआ था। जिस पर उन्हें उपचार के लिए मऊ ले गए थे। फिर वहां से सही होकर आ गए। फिर दोबारा उनकी तबीयत खराब हो गई, सुबह का समय था लगभग 3 बज रहा होगा तभी सभी ने कहा कि वह खत्म हो गए। इसकी जानकारी होते ही रिश्तेदार और गांव के लोग आ गए। इसी दौरान एक महिला को देवी मां आ गई। उन्होनें कहा कि हम सही करके देंगे। उन्हें दरबार में ले गए। घर आए तो देखा उनकी नाडी चलने लगी। इसके बाद उन्हें डॉक्टर के पास ले गए। वहीं डॉक्टर राजेन्द्र का कहना है कि मैने गाड़ी में ही उसे चौक किया तो वह मृत पाया गया। मेरे हिसाब से उसकी दो तीन दिन घंटे पहले ही मौत हो चुकी थी। फिलहाल इस अंधविश्वास की घटना की चर्चा जोरों पर है।