झांसी । रानी झांसी प्रतिमा रेलवे कारखाना उ.म.रे.झांसी के मुख्य द्वार पर आज वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की जयंती के अवसर पर 51 मातृशक्ति महिला कर्मचारी को वीरांगना रानी झांसी सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके साथ में रानी झाँसी की प्रतिमा पर भव्य दीपांजलि एवं पुष्पांजलि की गयी।

रेलवे वर्कशॉप की 51 मातृशक्ति महिला कर्मचारी को मुख्य अतिथि मुख्य कारखाना प्रबंधक अजय श्रीवास्तव ने सम्मानित करते हुए कहा कि हमें गौरव होता है कि झांसी का नाम वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में मनोरंजन के अनेक साधन मौजूद हैं, किंतु मानव का मानसिक विकास इस प्रकार के बौद्धिक आयोजनों से ही संभव है। आज आवश्यकता है कि रानी लक्ष्मीबाई की कहानी घर-घर सुनाई व पढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति का भंडार है। आवश्यकता है इस शक्ति को जागृत व सम्मानित करने की। उन्होंने बताया कि प्राचीन काल से आज तक नारी श्रद्धा और विश्वास की प्रतिमूर्ति रही है।

इस अवसर पर मुख्य रूप से कार्यक्रम मुख्य संयोजक पं.सियारामशरण चतुर्वेदी गुरुजी, मैथलीशरण मुदगिल, जुगुल किशोर कुशवाहा, अजय भार्गव, अरुण सिंह गौरव, नरेश मिश्रा, गुरुचरन सिंह गोल्डी, इंद्रपाल सिंह खनूजा, जितेंद्र तिवारी, नरेंद्र नामदेव, रविन्द्र विश्वकर्मा, आफाक अहमद, जितेंद्र कुमार, रिषभ झा, दीपक वर्मा, राजकुमारी सिंह, प्रीति संज्ञा, किरन सिंह राघव, गीता यादव, अनुपमा चौहान, ममता वर्मा, बबीता नामदेव, सुनीता सिंह, रूमा यादव, रेखा तिवारी, उषा, बेनी बाई, प्रीति वर्मा, पूजा, रश्मि शाक्या, रजनी शर्मा, मोहनी, मंजू पंत, नमिता, माधुरी लिटोरिया, रामकुमारी, ज्योति निगम आदि उपस्थित रहे। संचालन मुख्य संयोजक पं. सियारामशरण चतुर्वेदी गुरुजी ने किया। अंत में आभार संदीप साहू नगरा ने व्यक्त किया।