झांसी। झांसी नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ के बैनर तले सफाई कर्मचारियों ने हुंकार भरी और मांगों के निराकरण न होने पर बड़े पैमाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी।

नगर निगम प्रांगण में संघ के बैनर तले हुए विशाल धरना प्रदर्शन में संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम प्रसाद बाल्मिक भी शामिल हुए। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जब से उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है, तब से सफाई कर्मचारियों का लगातार शोषण बढ़ता चला जा रहा है। सरकार ने एक भी काम ऐसा नहीं किया, जिससे सफाई कर्मचारियों का हित हो और उनके बच्चों का कल्याण हो सके। सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली इस सरकार में सबका विकास हो रहा है, लेकिन सफाई कर्मचारियों का विनाश हो रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में नगर निगम, नगर पालिका तथा नगर पंचायत में व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार हो रहा है और सरकार जीरो टॉलरेंस नीति पर शत प्रतिशत काम होने का दावा कर रही है। आगरा में करोड़ों का घोटाला, झांसी में स्मार्ट सिटी में 29 करोड़ का घोटाला इस बात का प्रमाण है कि भ्रष्टाचार किस स्तर पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि संगठन यदि सफाई कर्मचारियों की समस्याओं की आवाज उठाता है, तो उसके पदाधिकारी पर मुकदमे कायम कर दिए जाते हैं। झांसी के जिला अध्यक्ष पर दर्ज मुकदमा इसका प्रमाण है। उन्होंने कहा कि पहले कि सरकारों में सुनवाई हो जाती थी, लेकिन आज नीचे से ऊपर तक कोई भी सुनने के लिए तैयार नहीं है। यदि सफाई कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ तो संघ की मजबूरी है कि संघ को बड़ा आंदोलन करने के रास्ते पर चलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि झांसी जिला अध्यक्ष अशोक प्याल पर दर्ज मुकदमे को लेकर मुख्य सचिव से वार्ता हुई है। उन्होंने आश्वस्त किया है कि इस मामले में उचित कदम उठाए जाएंगे। इसके अलावा यहां के अधिकारियों से भी बात की जा रही है। यदि यह मुकदमा समझौते के साथ खत्म नहीं होता है तो इस मुद्दे को लेकर भी संघ आंदोलन का रास्ता तैयार करेगा।

इस दौरान जिला अध्यक्ष अशोक प्याल ने नगर निगम के लेखा अधिकारी तथा नगर स्वास्थ्य अधिकारी को भ्रष्टाचार का सीधा-सीधा जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि ईमानदार सरकार में भ्रष्ट अधिकारियों की तैनाती इस बात की ओर इशारा करती है कि कहीं न कहीं व्यवस्था में कमी है। स्मार्ट सिटी में 29 करोड़ का घोटाला इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है और आरोप सफाई कर्मचारियों पर लगाए जाते हैं। इसके अलावा संघ आउटसोर्सिंग भर्तियों को लेकर भी आंदोलन का रास्ता अख्तियार किए हुए है, क्योंकि उसमें भी पार्षदों तथा नगर निगम प्रशासन द्वारा बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार अपनाये जाने की तैयारी की जा रही है।

धरना प्रदर्शन के बाद प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में नगर निगम से लेकर मंडल आयुक्त कार्यालय तक मशाल जुलूस निकाला गया। इस दौरान रास्ते में सांसद निवास पर मांगों से संबंधित ज्ञापन दिया गया। ऐसा ही ज्ञापन मंडल आयुक्त को देकर समस्याओं का निराकरण किये जाने का अनुरोध किया गया।