बुंदेलखंड इंडस्ट्रियल डव्लपमेंट एथॉरिटी (बीडा) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पद का अमृत त्रिपाठी द्वारा कार्यभार ग्रहण

झांसी। उत्तर प्रदेश के पिछड़े क्षेत्र बुंदेलखंड में औद्योगिक विकास के लिए राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बुंदेलखंड इंडस्ट्रियल डव्लपमेंट एथॉरिटी (बीडा) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमृत त्रिपाठी ने बुधवार को पद भार ग्रहण कर लिया। इससे पहले एसीईओ प्रविंद्र वर्मा ने कार्यभार गृहण किया था।
उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद यहां सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि बीडा के स्थाई कार्यालय के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। कार्यालय ऐसी जगह होगा कि बीडा के पास रहे और लोगों को भी आने मे सुविधा हो। सीईओ त्रिपाठी ने कहा कि सबसे पहले बोर्ड का गठन किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि बीडा में 100 से ज्यादा पद सृजन कर नियुक्ति की जाएगी। बीडा के तहत बुंदेलखंड के वृहद रूप से औद्योगीकरण के लिए प्रयास किया जायेगा। बीड़ा का इंफ्रा यहां खड़ा किया जाना है। उन्होंने बताया कि जमीन अधिग्रहण के लिए सर्वे किया जा रहा है कहीं किसी तरह का विरोध नहीं है। लोग भी इसके लिए काफी उत्साहित हैं। बीडा में 33 गांव की जमीन का अधीगृहण किया जाना है। बोर्ड के गठन के बाद जमीन अधीगृहण की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। इससे पहले 33 गांवों में जाकर रिव्यू करेंगे और किसानों की समस्या सुनी जाएंगी। इसके बाद मास्टर प्लान बनाया जाएगा।

सीईओ बीडा ने कहा हमारी औद्योगिक नीतियां बहुत अच्छी हैं और निवेश नीति में बुंदेलखंड के लिए बहुत आकर्षक नीतियां बनायी गयीं हैं। बुंदेलखंड में बीडा का क्षेत्र सबसे आकर्षक क्षेत्र होने जा रहा है। मीडिया भी इसका साक्षी रहेगा। नोएडा बनने के 46साल बाद बनने जा रही यह एथॉरिटी बहुत बड़ी परिकल्पना है जिसे बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए दिया गया है, जो इस क्षेत्र के विकास के लिए बहुत अच्छे परिणाम लायेगी।

संक्षिप्त परिचय : सीईओ त्रिपाठी ने अपने प्रशासनिक सेवा की शुरुआत झांसी से ही की थी। 2009 में उनको प्रशिक्षु आईएएस के तौर पर झांसी भेजा गया था। इसके बाद वे झांसी में सीडीओ भी रहे। अब उनको बीडा का सीईओ बनाकर भेजा गया है।