झांसी। जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग, नगर निगम, झांसी स्मार्ट सिटी एवं विकास प्राधिकरण के संयुक्त प्रयासों से आयोजित झांसी कला एवं साहित्य जल उत्सव के द्वितीय दिवस पर हैरीटेज वॉक (रानी महल झाँसी से प्रारम्भ होकर सिटी चर्च, झांसी किला, राजकीय संग्रहालय होते हुये ध्यानचंद एवं स्पेस संग्रहालय तक) आयुक्त, झांसी मण्डल की अगुवाई में प्रातः 7:00 बजे प्रारम्भ की गयी, जिसका समापन ध्यानचंद एवं स्पेस संग्रहालय में किया गया।
  इसी श्रृंखला में राजा गंगाधर राव कलामंच पर प्रातः 10:00 बजे से कालूराम बमानिया द्वारा कबीर वाणी की प्रस्तुती की गयी, जिसे झांसी की आम जनमानस द्वारा उत्साह के साथ प्रतिभाग किया। इसके पश्चात भाव्या सिन्हा एवं मुदित श्रीवास्तव द्वारा साहित्य में युवा की आवाज पर परिचर्चा की गयी। इसी क्रम में अपरान्ह 2:00 बजे से दहाब चिस्ती एवं मनन कथूरिया द्वारा डिजीटल स्टोरीटेलिंग और ब्लॉगिंग कार्यक्रम किया गया। अपरान्ह 3:30 बजे अभय के. और सौम्या कुलश्रेष्ठ द्वारा कविता का गान किया गया। सांय 4:30 बजे से डा0 रविन्द्र शुक्ल एवं डा० सुमन मिश्र के साथ नेहा सिंह द्वारा सत्य से साहित्य तक के टॉपिक पर परिचर्चा की गयी।
  पं० दीनदयाल सभागार में सांय 7:00 बजे से “लेडीज संगीत” की प्रस्तुती पूर्वा नरेश द्वारा संगीतमय नाटक से की गयी। महोत्सव के द्वितीय दिवस पर झांसी की जनता द्वारा बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग किया गया, जिससे कलाकारों का उत्साह वर्धन हुआ। डॉ नीति शास्त्री के द्वारा संचालन किया गया।
3 दिसम्बर को होने वाले कार्यक्रम एवं स्थल
राजा गंगाधर राव कलामंच पर प्रातः 9:30 बजे पूर्वा नरेश के साथ (थियेटर में महिलायें)
प्रातः 10:30 बजे दिव्य प्रकाश दुबे (तेरी मेरी कहानी)
प्रातः 11:30 बजे ग्यान चतुर्वेदी एवं अंजुम
अपरान्ह 2:00 बजे (बुन्देलखण्ड की धरती का साहित्य) यशस्वी मिश्रा एवं दिव्य प्रकाश दुबे
अपरान्हः 3:30 बजे (बुक-टू-स्क्रीन रूपांतरण) रविन्द्र कुमार एवं विवेक शुक्ला (दिल से दिल्ली)
सांयः 4:30 बजे बुन्देलखण्डी लोकगीत
पं० दीनदयाल सभागार में सांय 7:00 बजे पदमश्री दादी पुदुमजी द्वारा एक समकालीन कठपुतली शो “रूमियाना”