वृद्धजनों के निशुल्क उपचार का लिया संकल्प हुआ पूरा- डॉ० संदीप

झांसी। संघर्ष सेवा समिति द्वारा आयोजित निशुल्क तीन दिवसीय उपचार शिविर में जनपद और आसपास के लोगों को श्रृंगी चिकित्सा विधि द्वारा स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हुआ। श्रृंगी चिकित्सा पद्धति भारत की महानतम उपचार पद्धति आयुर्वेद का एक प्रकार है जिसमें मवेशियों के श्रंगों के माध्यम से जोड़ो, सर्वाइकल, कमर दर्द आदि समस्याओं का उपचार किया जाता है। इस वर्ष दीपावली पर संघर्ष सेवा समिति संस्थापक डॉ० संदीप सरावगी ने संकल्प लिया था कि बहुत जल्दी ही वे क्षेत्र के वृद्धजनों के उपचार हेतु निशुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित करेंगे जिसके लिए हरिद्वार से कुशल आयुर्वेद चिकित्सकों को आमंत्रित किया गया था चिकित्सक राजकुमार टोनी और उनकी टीम द्वारा तीन दिनों में 700 से अधिक लोगों का उपचार किया गया।

डॉ संदीप सरावगी ने बताया कि इस तीन दिवसीय उपचार शिविर से लोगों को लाभान्वित देखकर बहुत हर्ष महसूस हो रहा है भारत की महान चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद के माध्यम से तुरंत उपचार भी संभव है यह देखकर सुखद अनुभूति हुई है लोग वर्षों से विदेशी पद्धतियों द्वारा उपचार कर रहे थे लेकिन उन्हें लाभ नहीं मिला इस शिविर में ऐसे लोगों को भी लाभ हुआ है। इस उपचार में कई राजनीतिक और प्रशासनिक लोगों ने भी उपचार कराया है कई लोग उपचार पाकर आश्चर्यचकित भी हो गए, चलने फिरने में असक्षम लोग स्वयं को स्वस्थ पाकर दुआएं दे रहे थे। यह ईश्वर के आशीर्वाद समान है भविष्य में भी हम इस प्रकार के निशुल्क सेवा आयोजित करते रहेंगे जिस समय समय पर जनपद और आसपास की जनता को स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो सके।

इस अवसर पर संघर्ष सेवा समिति से नीता अवस्थी, बसंत गुप्ता, सुशांत गेड़ा, राकेश अहिरवार, संदीप नामदेव, अनिल वर्मा, पूजा रायकवार, नीतू सिंह माहौर, कौशर जहां, मोना रायकवार, उर्वशी अवस्थी, अनुज प्रताप सिंह, साकेत गुप्ता, लखन लाल सक्सेना, संजीव श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।