काम से बाहर निकाले मजदूरों की आवाज को पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने की बुलंद, मिला आश्वासन 

झांसी। ट्रेनों में पानी भरने आदि का ठेका लिए कंपनी में काम करने वाले मज़दूरों में ठेकेदार ने फूट डाल दी है। ठेकेदार ने फूट करो और राज करो वाली नीति अपनाते हुए कुछ मज़दूरों को वापस काम पर ले लिया लेकिन कुछ मज़दूरों को काम पर नहीं लिया गया तो उनमें आक्रोश फैल गया। उन मज़दूरों की आवाज़ बुलन्द करने पूर्व केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय प्रांगण में नारे लगाते हुए मज़दूरों की मांगों को फिर दोहराया।

उन्होंने रेल अधिकारियों को बताया कि स्टेशन पर सफाई का काम करने वाले मज़दूरों को ठेकेदार न्यूनतम वेतन का भुगतान नहीं कर रहा है। जिन मज़दूरों ने वर्षो स्टेशन पर ट्रेनों की सफाई, पानी भरने का काम किया उनको निकाल दिया। बोनस का साठ प्रतिशत वापस ले लिया और रूपया लेकर मज़दूरों को काम पर लगाया गया। मज़दूरों को ठेकेदार के लोग धमकाते हैं।

प्रदीप जैन आदित्य ने रेल अधिकारियों से कहा कि ऐसी नीति बनायी जाए जिससे सभी मज़दूरों को काम मिल जाए और सभी का चूल्हा जलता रहे। रेल अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि सभी मज़दूरों की समस्याओं का शीध्र यथासंभव हल किया जायेगा। यह तय किया गया कि कल फिर रेल अधिकारी और मज़दूर वार्ता करने बैठेंगे और सभी मुद्दों पर वार्ता कर समस्याओं को हल करेंगे।

इस मौके पर पूर्व शहर अध्यक्ष इम्तियाज़ हुसैन,मध्य प्रदेश एआईसीसी पर्यवेक्षक विवेक बाजपेयी, अफज़ाल हुसैन, अनिल रिछारिया, मज़हर अली, शफीक अहमद मुन्ना, हरिओम श्रीवास, राजकुमार फौजी, प्रीति श्रीवास, जगमोहन मिश्रा, रईस काज़ी और बहुत से कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।