झांसी। बुन्देलखंड क्षेत्र से कैप्टेन सुरेन्द्र सिंह यादव बौक्सी पहले योद्धा है जो एवरेस्ट माउंटेन को फतेह करने जा रहे है।

कैप्टेन सुरेन्द्र सिंह यादव (बौक्सी) लंबे समय से बुन्देलखंड राज्य निर्माण आंदोलन से जुड़े है। उन्होंने बुन्देलखंड राज्य निर्माण की मांग को ओर बुलंद करने के उद्देश्य के लिए बुन्देलखण्ड राज्य जिसकी प्रस्तावित राजधानी रामराजा सरकार की नगरी ओरछा, राज्य का नक्शा एवं झंडे को विश्व की सबसे ऊँचे पर्वत एवरेस्ट की चोटी पर फहराने का संकल्प लिया है। रविवार को आयोजित समारोह में बुन्देलखंड निर्माण मोर्चा की ओर से बड़ी संख्या में बुन्देली योद्धाओं ने बौक्सी को झंडा सौपते हुए उनकी सफलता की कामना के साथ उनको फूल- मालाओं से लाद दिया। बुन्देलखंड निर्माण मोर्चा के योद्धाओं ने ईश्वर से प्रार्थना की कि बुन्देली योद्धा बौक्सी को एवरेस्ट की चोटी पर पहुँचने में सफल करें जिससे सारी दुनिया तिरंगे के साथ बुन्देलखंड राज्य निर्माण की मांग के साथ प्रस्तावित बुन्देलखंड राज्य क्षेत्र को देखे। बौक्सी ने मोर्चा को आश्वाशन दिया कि एवरेस्ट फतह कर लौटने के बाद बुन्देली आंदोलन में पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे। इस दौरान निर्माण मोर्चा की ओर से भानू सहाय, अशोक सक्सेना, वरुण अग्रवाल, रघुराज शर्मा, हमीदा अंजुम, यूथप पिंकी जैन, गिरजा शंकर राय, उत्कर्ष साहू अनिल कश्यप, कुँवर बहादुर आदिम, रशीद कुरेशी, नरेश वर्मा, विजित कपूर, प्रदीप झा, दुली चंद, मनीष गुप्ता, पवन शर्मा, प्रभुदयाल कुशवाहा, ऋषभ दोसांज, अनुराग अन्नू मिश्रा, संतोष श्रृंगीऋषि, सूरज वर्मा, संजय सिंह, फराद खान, कपिल आदि उपस्थित रहे।

गौरतलब है कि बौक्सी जब सैनिक स्कूल में पढ़ते थे तभी से उनको एवरेस्ट माउंटेन की चोटी को फतह करने की चाहत थी। इसके लिए उन्होंने देश के सर्वश्रेष्ठ पर्वतारोहण संस्थान नेहरू इन्सटीट्यूट ऑफ माँऊंटनेरिंग (NIM), उत्तरकाशी से ए ग्रेड से अपना पर्वतारोहण का कोर्स पूरा किया है। दो साल चली कड़ी ट्रेनिंग को पूरा कर वे एवरेस्ट जाने तो तैयार है। बौक्सी कमर्शियल पायलेट है वे जब प्लेन उड़ाते थे तो ऊपर से दिखने वाली पहाड़ो की चोटियां उन्हें बहुत आकर्षित करती थी।