नौकरानी ही निकली चोर, बेटे-दामाद के साथ रची साजिश, सब गए जेल
लखनऊ (संवाद सूत्र)। झांसी में सिंचाई विभाग के इंजीनियर महेश्वरी प्रसाद के लखनऊ में विभूति खंड में स्थित घर में हुई लाखों की चोरी का पर्दाफाश हो गया हो गया है। इस घर में जो नौकरानी 10 साल से काम कर रही थी, उसी ने अपने बेटे व दामाद के साथ उनके घर चोरी की साजिश रची। एक महीने तक रेकी की, तीन अन्य अपराधियों को साथ मिलाया और इंजीनियर के घर चोरी कर डाली।

पुलिस ने सीसी फुटेज की मदद से साजिश और घटना में शामिल नौकरानी, उसके बेटे व दामाद समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर विभूतिखंड पुलिस ने मंगलवार को यह खुलासा किया। घटना में शामिल तीन अन्य लोगों का अपराधिक इतिहास मिला है। पुलिस का दावा है कि तीन अपराधियों ने चोरी की कई घटनायें की है। आरोपियों से चोरी किए 27 लाख रुपये, तीन आईफोन और जेवर बरामद हुए हैं।

दरअसल सिंचाई विभाग में झांसी के जोनल अधिकारी महेश्वरी प्रसाद का विभूतिखंड में भी घर है। 10 साल से कठौता निवासी अनुराधा उर्फ राधा उनके घर साफ सफाई का काम करती थी। इंजीनियर व उनका परिवार यहां अक्सर नहीं रहता था। वह लोग अनुराधा पर काफी विश्वास करते थे। इस वजह से मुख्य गेट और लॉबी की चाभी उसके पास ही रखवाते थे। 23 दिसंबर को महेश्वरी प्रसाद के घर 35 लाख रुपए व जेवर चोरी हो गये थे।

एडीसीपी पूर्वी सै. अली अब्बास ने मीडिया को बताया कि सीसी फुटेज में चोरों की तस्वीर कैद हुई थी, लेकिन इन्हें कोई पहचान नहीं पा रहा था। जब यह पता चला कि चाभी नौकरानी अनुराधा के पास थी। इस पर अनुराधा से पूछताछ की गई। फिर उसके मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली गई। इससे कई सुराग मिले। जब उसके बेटे व अन्य लोगों की लोकेशन देखी गई तो राज खुलते चले गये। पकड़े गये लोगों में अनुराधा, बेटा लखीमपुर निवासी अभय सिंह, दामाद सुमित सिंह व साथी लखीमपुर के सुधीर कश्यप, दीपक कश्यप व गुलफाम हैं। दीपक व गुलफाम के खिलाफ लखीमपुर में हत्या के प्रयास के मुकदमे दर्ज है। साथ ही चोरी में शामिल होने की बात भी पता चली है।

इंस्पेक्टर सुनील सिंह के मुताबिक अनुराधा ने बेटे अभय और दामाद सुमित के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई थी। सुमित ने साथी सुधीर, दीपक और गुलफाम से कहा की यहां बड़ी रकम हाथ लग सकती है। घर पर जल्दी कोई आता भी नहीं है। इसलिए पकड़े जाने का डर नहीं है। एक माह पहले लखीमपुर से तीनों लोग मकान देखने आए थे। तब से वह मकान की रेकी कर रहे थे।अभय ने पुलिस को बताया कि दीपक व गुलफाम ने उनसे क्रिसमस के समय चोरी के लिये सही बताया था। इसके पीछे उनका तर्क था कि इस दौरान पुलिस क्रिसमस पर्व में व्यस्त रहेगी। इस लिए 23 दिसम्बर की रात ये लोग चोरी करने गये। फुटेज में सुधीर, दीपक और गुलफाम घर से बाहर निकलते नजर आए थे। घटना के समय अनुराधा बेटे अभय व सुमित के साथ कठौता में अपने किराये के घर में मौजूद रहे थे ताकि उन पर किसी को शक न हो।