झांसी। मध्य प्रदेश के दिनारा से तीन दिन पूर्व मजदूरी के लिए झांसी आया अधेड़ जब घर नहीं लौटा तो उसकी पत्नी ने अपने दस साल के बेटे के साथ पति की तलाश में जुट गई, किंतु दिन भर भटकने के बाद भी पति नहीं मिला तो उसने अपने जेठ को जानकारी दी। इस पर छोटे भाई के लापता होने की सूचना देने बड़ा भाई रक्सा थाने पहुंचा। जहां पुलिस ने बताया कि हाइवे पर एक अज्ञात लाश मिली है, जिसे मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में रखा गया है। मोर्चरी पहुंचे बड़े भाई ने यहां सिर कुचली लाश देखी तो जैकेट के आधार पर उसकी पहचान अपने भाई के रूप में की।

मप्र के शिवपुरी जिले के दिनारा थाना क्षेत्र के चंदावरा गांव निवासी लक्ष्मीनारायण जाटव ने बताया कि 3 जनवरी को उसका 41 वर्षीय छोटा भाई राजू अपनी पत्नी जयंती को यह कहकर निकला था कि वह मजदूरी करने झांसी जा रहा है। जब शाम को राजू वापस नहीं लौटा तो पत्नी को उसकी चिंता सताने लगी। उसने आसपास के गांवों और रिश्तेदारों में अपने 10 साल के बेटे विवेक को लेकर पति की तलाश की लेकिन, राजू का कहीं भी पता नहीं चला। इसके बाद उसने लक्ष्मीनारायण को पति के गायब होने की जानकारी दी। बड़ा भाई भी राजू को झांसी बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और मजदूरों के बीच तलाश करता रहा लेकिन, उसका कोई सुराग नहीं लगा।

परेशान लक्ष्मीनारायण शुक्रवार को रक्सा थाने पहुंचा, जहां पुलिस ने बताया कि तीन जनवरी को रक्सा टोल के पास एक एक्सीडेंट में अज्ञात शव मिला है, जिसका सिर पूरी तरह कुचल चुका है। जानकारी के बाद परिजन मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी जा पहुंचे। यहां मृतक की जैकेट देखकर लक्ष्मीनारायण ने उसकी शिनाख्त अपने छोटे भाई राजू जाटव के रूप में कर ली। शिनाख्त के बाद पुलिस ने पंचनामा भरकर शव का पोस्टमॉर्टम कराया है।

लक्ष्मीनारायण ने बताया कि 3 जनवरी को राजू झांसी से ऑटो में सवार होकर रक्सा पहुंचा था। यहां से उसे गांव के लिए वाहन नहीं मिला तो वह पैदल ही घर के लिए निकल पड़ा था। अंधेरा और कोहरे में वह हाइवे पर चलते हुए रक्सा टोल से आगे अज्ञात वाहन की चपेट में आ गया। जिससे उसका सिर बुरी तरह कुचल गया। बड़े भाई ने बताया कि जैकेट न होती तो वह पहचान नहीं आता।