कला मानव मन की अभिव्यक्ति है: प्रो. मुकेश पाण्डेय

झांसी। कला सोपान ने आज सृजन दी ड्राइंग एंड पेंटिंग क्लब बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी के संयुक्त तत्वावधान में द्वितीय राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी और प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इस कला प्रदर्शनी में चित्रकला, फोटोग्राफी, डिजिटल आर्ट को प्रदर्शित किया जा रहा है। प्रदर्शनी का अध्यक्ष के रूप में उद्घाटन करते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय ने कहा कि कला मानव मन की सुखद अनुभूति है। सृजन करने वाला ब्रह्मा की तरह होता है जो रंगों और ब्रश के माध्यम से एक रचना संसार रचता है। समाज में आ रहे परिवर्तनों को एक कलाकार बहुत ही बारीकी से देखता है और उसे अपनी रचनात्मक शक्ति से लोगों के सामने प्रस्तुत करता है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलसचिव विनय कुमार सिंह ने कहा कि कला मनोरंजन के साथ ही साथ मार्गदर्शन भी करती है। वह कला ही है जो हमें अपने वास्तविक इतिहास को समझने में सहायक बनाती है। इसी से पता चलता है कि मानव का विकास किस तरह से हुआ है। विशिष्ट अतिथि वित्त अधिकारी बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी वसी मोहम्मद ने सभी को बधाई देते हुए कहा कि सृजन क्लब कलात्मक गतिविधियों को विश्वविद्यालय में हमेशा संचालित करता रहता है। यह डॉ. श्वेता पाण्डेय की लगनशीलता और मेहनत का परिणाम है कि आज विश्वविद्यालय के सभी प्रमुख स्थानों पर कला दिखाई देती है।

परीक्षा नियंत्रक बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी राजबहादुर ने कहा कि कला मानवता का संरक्षक है। जिसे शब्दों ने व्यक्त नहीं किया जा सकता है वह कला के माध्यम से बहुत ही आसानी से कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कला के विविध आयाम हमें हमेशा सकारात्मक सोचने के लिए प्रेरित करते हैं।

अधिष्ठाता कला संकाय प्रो. मुन्ना तिवारी ने कहा कि युवा दिवस पर आयोजित इस कला प्रदर्शनी में युवा कलाकारों की रचनात्मकता बहुत ही सराहनीय है। कला के माध्यम से दिया गया संदेश शिक्षित और अशिक्षित सभी तक आसानी से पहुंचता है और लोगों द्वारा समझा जाता है। उन्होंने इस कला प्रदर्शनी के आयोजन के लिए डॉ. श्वेता पाण्डेय को बधाई दी

प्रदर्शनी की संयोजक एवं कला सोपान की अध्यक्ष डॉ. श्वेता पाण्डेय ने बताया कि इस कला प्रदर्शनी में देश के कई राज्यों के कलाकारों की कृतियों को प्रदर्शित किया गया। इस कला प्रदर्शनी के साथ ही प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जा रहा है। इसमें सर्वोत्कृष्ट तीन कृतियों को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही सभी प्रतिभागी कलाकारों को प्रमाण पत्र एवं कैटलॉग दिया जाएगा।

डॉ. पाण्डेय ने बताया कि यह कला प्रदर्शनी सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक सभी के लिए खुली हुई है। यह कला सोपान द्वारा आयोजित द्वितीय राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी है। प्रथम कला प्रदर्शनी का आयोजन राजकीय संग्रहालय झांसी में किया गया था।

विद्यार्थियों ने बनाई रंगोली

युवा दिवस के अवसर पर ललित कला संस्थान की शिक्षक गजेन्द्र सिंह, एवं विद्यार्थी अल्लादीन , सत्यम, सपना, रौनक, स्वाति ने स्वामी विवेकानन्द, नैक ए पल्स ग्रेड और विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुकेष पाण्डेय को रंगोली के माध्यम से चित्रित किया. इस रंगोली का उद्देश्य विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को साँझा करने के साथ ही साथ युवा दिवस से लोगों को परिचित कराना है। इस अवसर पर उप कुलसचिव दिनेश कुमार, सुनील कुमार सेन, अंजुम शेख, विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक, विद्यार्थी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।