बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में स्वामी विवेकानंद की जयंती पर राष्ट्रीय युवा दिवस आयोजित
झांसी। स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडे ने कहा कि मात्र 39 साल की आयु में ही स्वामी विवेकानंद ने अपने विचारों से केवल राष्ट्र को ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व को विचारों अध्यात्म एवं नव चिंतन से प्रेरित किया। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत भी स्वामी विवेकानंद की सार्वभौमिक एवं समावेशी शिक्षा को सम्मिलित किया गया है। आज भी युवा जब निराशा एवं परेशान होते हैं तब स्वामी जी के शब्द ‘उठो जागो और तब तक ना रुको जब तक अपने लक्ष्य को हासिल ना कर लो’ उन्हें संभल प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि आलोचना आपके घर की परीक्षा लेती है। धैर्यवान व्यक्ति अपने सकारात्मक कर्म में विश्वास करता है ना की आलोचना का उत्तर देता है।
गांधी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में इसके पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राष्ट्रीय एकता दिवस उद्बोधन का सजीव प्रसारण दिखाया गया। कुलपति ने इस अवसर पर स्मार्ट फोन/टैबलेट योजना के अंतर्गत 10 छात्रों को स्मार्टफोन प्रदान किये। इसी अवसर पर विश्वविद्यालय परिवार द्वारा कुलपति के सफल दो वर्ष पूर्ण होने पर ‘द्वितीय वर्ष अद्वितीय वर्ष’ कार्यक्रम द्वारा आभार कुलपति को आभार प्रस्तुत किया गया। कुलपति प्रो मुकेश पाण्डेय ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा गया कि विगत वर्षों में बीएड 2023 का सफल संचालन एवं नेक का ए प्लस 3.46 (सीजीपीए) ग्रेड विश्वविद्यालय के प्रत्येक अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्रों की मेहनत का परिणाम है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में विश्वविद्यालय वैश्विक संस्थाओं के साथ डुएल डिग्री कोर्स का संचालन, विश्वविद्यालय परिसर में इंस्टीट्यूट आफ प्रोफेशनल स्टडीज की स्थापना, राज्य एवं केंद्र के अनेक संस्थाओं से वित्तीय सहायता, स्टेट ऑफ़ आर्ट कंप्यूटर सेंटर एवं बुंदेली सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना करने के लिए प्रयाश्रत है और निश्चित ही आप सबके सहयोग से बुंदेलखंड विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शैक्षिक जगत में अपनी पहचान बनाएगा। इस अवसर पर कुलसची विनय कुमार सिंह ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मन तो 2 वर्ष के अंतराल में कुलपति द्वारा किए गए प्रत्येक शैक्षणिक क्षेत्र में सकारात्मक कार्यों से यह सफलता मिली है। कुलपति महोदय को अद्वितीय कुलपति कहा जाए तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी।
इस अवसर पर वित्त अधिकारी वसीम मोहम्मद एवं परीक्षा नियंत्रक राज बहादुर सिंह ने भी अपने विचार रखें। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय परिवार के सभी लोगों ने कुलपति को पुष्प प्रदान कर आभार व्यक्त किया। साथ ही प्रो मुन्ना तिवारी के संपादन में पुस्तिका ‘द्वितीय वर्ष अद्वितीय वर्ष’ का विमोचन किया गया। स्वागत उद्बोधन प्रोफेसर मुन्ना तिवारी एवं विषय प्रस्तावना कार्यक्रम संयोजक प्रो डीके भट्ट ने रखी। संचालन अनुपम व्यास ने किया।
इस अवसर पर प्रो एसपी सिंह, प्रो सुनील काबिया, प्रो आरके सैनी, प्रोअर्चना वर्मा, प्रो एम एम सिंह, प्रो देवेश निगम, प्रो पूनम पुरी, प्रो एसके कटियार, प्रो सीबी सिंह, प्रो सौरभ श्रीवास्तव, प्रो संजय निभोरिया, सह कुलसचिव दिनेश प्रजापति एवं सुनील सेन, शेख अंजुम, सहायक कुलसचिव संतोष सिंह, कुलपति के निजी सचिव अनिल बोहरे, अतुल खरे के साथ विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, समन्वयक, प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षकगण, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहीं।