झांसी । 19 जनवरी को झांसी के मंदिरों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री संबोधित ज्ञापन केंद्रीय अध्यक्ष राष्ट्रभक्त संगठन एवं प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय संघ सुरक्षा परिषद अंचल अर्जरिया के नेतृत्व में दिया गया।
ज्ञापन में बताया गया कि झांसी में पहुंच नदी के आसपास सरकारी जमीन पर चारों ओर कब्जा है। नगर निगम के द्वारा भी कुछ लोग भूमाफिया घोषित हैं। परन्तु उन्हीं सब लोगों के साथ में कुछ प्रशासनिक अधिकारी फोटो खिचवाकर कभी आरती के नाम पर कभी अन्य उत्सव समिति के नाम पर संरक्षण प्रदान कर रहे हैं। अतः पहुंच नदी की आसपास की सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटवाकर ऐसे भूमाफियाओं के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही करने की कृपा करें।
प्राचीनतम लहर की देवी मन्दिर जहां आल्हा ऊदल पूजा करने आते थे। वहां लगी जमीन की वाउण्ड्री बॉल को भूमाफियाओं की शिकायत पर नगर निगम द्वारा बाउण्ड्री विध्वंस की गयी है। ऐसे भूमाफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर कठोरतम कार्यवाही करने का कष्ट करें।
झांसी में मेंहदीबाग मन्दिर की भूमि पर भी लोगों ने कब्जे कर रखे हैं। एकमात्र साधू सेवी स्थान मेंहदीबाग राम जानकी मन्दिर झांसी है जिसका एक आश्रम अयोध्या में भी मौनी माझा मौनी बाबा के नाम से हैं। उक्त भूमि पर किये हुए कब्जे भी हटवाने का कष्ट करें। अतः अनुरोध है कि जहां सनातन संस्कृति विरासत को बढ़ाते हुए अयोध्या में प्रभू श्रीराम की जन्मभूमि में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को है। वहीं झांसी स्थित मां लहर की देवी मन्दिर में भी 22 जनवरी को उसी शुभ महूर्त में सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड के अन्दर श्रीराम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित है। ऐसे समय पर की गयी यह कार्यवाही आम हिन्दू जनमानस को भड़काने वाली ठेस पहुंचाने वाली व भावनाओं को आहत करने वाली व सनातन संस्कृति का अपमान करने वाली है।
अतः राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद एवं राष्ट्रभक्त संगठन आपसे ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग एवं जनहित में अपेक्षा करता है। इस दौरान डॉ0 अंजनी कुमार श्रीवास्तव प्रदेश प्रवक्ता, महंत मोहन गिरी महाराज जिलाध्यक्ष, जूना अखाड़ा सहित अखाड़े के साधु संत महंत एवं संगठन के शैलेंद्र खरे, कोमल अरपेश शर्मा, राहुल, दीपक, सीताराम, प्रतीक कश्यप, भानु, प्रदीप, गोलू, सोनू आदि उपस्थित रहे।