झांसी। बुन्देलखण्ड में मौसम खुशगवार था और किसान खेत में लहलहाती फसल को देख प्रसन्न था, किन्तु अचानक मौसम ने ऐसी करवट बदली कि किसानों का दिल बैठने लगा है। बुन्देलखण्ड के झांसी जनपद सहित निकटवर्ती मध्य प्रदेश के इलाकों में दो दिन रह-रह कर बारिश के साथ कहीं-कहीं ओले गिरे हैं। आज झांसी में सुबह के समय वर्षा हुई और ग्रामीण अंचलों में ओलावृष्टि की सूचना है। इसे देख किसानों की चिंता बढ़ गई। ओलावृष्टि न होने की किसान भगवान से प्रार्थना कर रहा है।
दरअसल दो-तीन दिनों से झांसी के सीमावर्ती मध्य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों व उससे लगे इलाकों में वर्षा के साथ ओला वृष्टि से मौसम बदलने लगा था। शीत लहर के साथ सर्दी कडाके की हो जाने से ठिठुरन बढ़ चली थी। शुक्रवार को अचानक बदले मौसम के कारण सुबह से ही बादल छा गए ओर हल्की वर्षा भी हुई। सूत्रों की मानें तो दोपहर होते-होते झांसी में मऊरानीपुर तहसील के टोड़ीफ तेहपुर में बारिश के साथ ओलावृष्टि होने लगी। क्षेत्र में ओलावृष्टि इतनी अधिक हुई कि मैदान सफेद चादर में लिपटा हुआ नजर आने लगा। ओला वृष्टि ने किसानों की चिन्ता को बढ़ा दिया है क्योंकि खेतों में मटर, मसूर, गेहंू और सरसों की फसल खड़ी है। खड़ी फसल पर लगातार ओलावृष्टि से नुकसान होने के आसार हैं। इसके अलावा बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि के कारण ठंड ने भी अपना असर दिखाना शुरु कर दिया। ठंड से बचने के लिए लोग एक बार फिर इंतजाम में जुट गये हैं। फिलहाल किसान भगवान से प्रार्थना करने में जुटा हुआ कि ओलावृष्टि न हो।