– बुन्देलखण्ड राज्य की मांग को लेकर हुआ प्रदर्शन व सभा
झांसी। बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के तत्वावधान में पृथक बुन्देलखण्ड राज्य की मांग को लेकर दिन-प्रतिदिन आंदोलन तेज होता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह एवं केन्द्रीय मंत्री सुश्री उमा भारती की वायदा खिलाफी से आक्रोशित बुन्देलखण्डियों ने आज बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के केन्द्रीय अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व में प्रदर्शन करते हुए भारी पुलिस व्यवस्था के बीच तीनों नेताओं के पुतले फूंक कर नारेबाजी की।
दरअसल, बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा द्वारा उक्त तीनों नेताओं की वायदा खिलाफी को लेकर चरण बद तरीके से आंदोलन-प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी क्रम में आज पूर्व घोषित कार्यक्रमानुसार भारी पुलिस व्यवस्था के बीच बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के तत्वावधान में कचहरी चैराहे पर नुक्कड़ सभा की गई। जिसमें वक्ताओं ने बुन्देलखण्डियों से आग्रह किया कि बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण का वादा खिलाफ ी करने वालों के प्रति कठोर रूख अपनाते हुये 2019 में सौगन्ध लेकर इन्हे वोट नही दें। अधिकांश वक्ताओं ने कहा कि अब जनप्रतिनिधियों से विश्वास उठता जा रहा है क्योंकि ये बुन्देलखण्ड रा’य निर्माण के भावनात्मक मुद्दे को मात्र चुनाव में वोट लेने के लिये इस्तेमाल करते है और चुनाव बाद निजी स्वार्थ में लिप्त होकर वे सारे कार्य करने में लग जाते है जिससे धनार्जन हो। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि तीन साल के भीतर राज्य निर्माण करा देने का वादा 5 साल पूरे होने के पास भी वादा ही बना हुआ है।
इधर, प्रात: से ही तीन पुतले फंू के जाने की खबर पाकर कचहरी चैराहे पर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के योद्वाओं के मसूबों की हतासा करने के लिये चारों रास्तो पर क्षेत्राधिकारी नगर जितेन्द्र परिहार के नेतृत्व में ब्रज वाहन सहित वर्दी व गैर वर्दी में पुलिस कर्मी तैनात कर दिये गये। बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के योद्वा प्रशासन की चुनौती को स्वीकार करते हुये पुलिस से दो-दो हाथ कर तीनों पुतले एक साथ जलाने की अपनी घोषणा में काम करते हुये कचहरी चैराहे पर जुटने लगे। पुलिस किसी भी रूप से तीन पुतले नही फूके दिये जाने से रोकने पर आमादा भी आन्दोलनकारी पुतले फूकने के लिये तैयारी से जुटे थे। बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के वरूण अग्रवाल, प्रदीप झा, नरेश वर्मा, उत्कर्ष साहू, बृजेश राय, मकबूल सिद्दीकी की सजकता के चलते सक्रिय कार्यकर्ताओं के द्वारा पुलिस प्रशासन को धता बताते हुये चिन्हित स्थान पर घोषणानुसार पुतलों में आग लगा दी। यह देख कर पुलिस बल ने जलते पुतले की आग को बुझाने के लिए उन पर लाठियां पीटना शुरू कर दीं। इस बीच आंदोलनकारियों व पुलिस के बीच छीना-झपटी व धक्का-मुक्की भी हुई। प्रदर्शनकारियों से जूझते हुए पुलिस बल पुतलों में लगी आग को बुझाती रही। पुलिस ने मोर्चा के केन्द्रीय अध्यक्ष भानु सहायक को हिरासत में ले लिया और बाद में छोड़ दिया।
इस अवसर पर अशोक सक्सेना एडवोकेट महामंत्री, दिनेश भार्गव बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा महासचिव, हमीदा अंजुम, रघुराज शर्मा प्रवक्ता, गिरिजा शंकर राय मीडिया प्रभारी, हनीफ खान, देवी सिंह कुशवाहा, सी0डी0 लिटौरिया, कुअंर बहादुर आदिम, प्रभु दयाल कुशवाहा, रिजवाना गौरी, माकूल, प्रदीप झा, विकास पुरी, बृजेश राय, नरेश वर्मा, जितेन्द्र भदौरिया, रामजी सिंह पारीछा, बी0आर0 निषाद बट्टा गुरू, अरविन्द श्रीवास्तव, रोहित सिंह पारीछा, दुलीचन्द्र कुशवाहा, प्रेम सपेरे, राकेश श्रीवास्तव, बंटी दुबे, शंकर रायकवार, लाल सिंह, रूपेश, अरूण रायकवार, धर्मेन्द्र शाक्या, रामदास शाक्या, गोविन्द सोनकर, जाकिर खान, रशीद कुरैशी, विपिन वर्मा, रवि वर्मा, रेखा साहू, शबीना वासु, आसिफ खान आदि उपस्थित रहे।