आईआरसीटीसी के स्टाल से नमूने भरे, अवैध वेंडर की तलाश 

झांसी। यशवंतपुर से गोरखपुर जा रही यशवंतपुर सुपर फास्ट एक्सप्रेस 22534 में अंडाकरी और अंडा बिरयानी खाने से एसी कोच के लगभग 70 यात्रियों की हालत बिगड़ने के प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। रेलवे के अलावा आईआरसीटीसी के अफसर जांच कर रहे हैं। इसी क्रम में संबंधित स्टेशन के आईआरसीटीसी के स्टाल से नमूने भरे गए।

दरअसल, यशवंतपुर सुपर फास्ट एक्सप्रेस गुरुवार की रात बलारशाह स्टेशन पहुंची। यहां वेंडर ने यात्रियों से आर्डर लिया। रात 9:30 बजे ट्रेन नागपुर स्टेशन पहुंची और वेंडर ने बी-1 से लेकर 9 तक कोच में यात्रियों को खाना दिया। बताया जा रहा है कि यात्रियों ने वेंडर द्वारा सर्व की गई अंडा करी और अंडा बिरयानी खाई। सुबह के समय अचानक यात्रियों की तबीयत खराब हो गई। उन्हें उल्टी और पेट दर्द होने लगा। यात्रियों की हालत गंभीर देखते हुए कोच अटेंडेंट और टीटीई ने रेलवे कंट्रोल रूम को मामले की जानकारी दी। सूचना मिलते ही झांसी रेलवे स्टेशन पर डॉक्टर अलर्ट हो गए।

झांसी में सुबह सात बजे ट्रेन के पहुंचने पर बीमार यात्रियों का प्राथमिक इलाज किया गया। इस दौरान लगभग एक घंटा ट्रेन खड़ी रही। इसका मैसेज कानपुर सेंट्रल के अधिकारियों को भी भेजा गया। इसके बाद ट्रेन कानपुर सेंट्रल के प्लेटफार्म नंबर पांच पर 12:02 बजे आई। यहां एसीएम रेलवे संतोष त्रिपाठी, लोको अस्पताल के सीएमएस डॉ. रविंद्र प्रसाद और अन्य डॉक्टरों की टीम मौजूद रही। सेंट्रल पर करीब 30 यात्रियों को दवाएं दी गईं। ओआरएस का घोल और पानी की बोतलें भी मुहैया कराई गईं।

अवैध वेंडर ने खाना का आर्डर लिया
यात्रियों ने बताया कि बलारशाह स्टेशन पर अवैध तरीके से खानपान सामग्री बेचने वाले वेंडर ने खाने का आर्डर लिया। उसके बाद नागपुर जंक्शन पर अंडा करी व अंडा बिरयानी की आपूर्ति की। रेल मशीनरी द्वारा मामले की जांच कराई जा रही है। वहां की टीमें वेंडर का पता लगा रही हैं। आइआरसीटीसी के अधिकारी ने बताया, अवैध वेंडर से खानपान सामग्री लेने की बात प्रथम दृष्टया पता चली है। यात्री कोई बिल नहीं दिखा सके। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।