झांसी। एनसीआरकेएस के प्रतिनिधि मंडल ने जनसंपर्क अभियान के तहत एस0यु0 खान के नेतृत्व में झांसी-उरई खंड के स्टेशनों मोंठ, ऐट, एरच रोड, चिरगांव, परीछा पर रेल कर्मचारियों से संपर्क कर उन्हें मान्यता प्राप्त युनियनों की दोषपूर्ण नीतियों से अवगत कराया। इस दौरान आवास भत्ता व वेतन से चंदा कटौती के मसले पर प्रमुख युनियनों के रुख को कर्मचारी हितों के खिलाफ अन्याय निरूपित करते हुए बताया कि किस प्रकार एनसीआरकेएस इसका जोरदार विरोध कर इस अन्याय व ठगी से निजात दिलाने का लगातार प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर राजेन्द्र अवस्थी ने बताया कि लगातार मान्यता में रहने वाली यह युनियनें अब विचार शून्य हो गयी हैं अर्थात कर्मचारी कल्याण की कोई सोच इनके अंदर नहीं है बल्किइनकी बजह से उल्टा कर्मचारी हितों को नुकसान पहुंच रहा है। अब समय आ गया है कि अगामी मान्यता चुनावों में इन युनियनों पर काबिज नक्सल और माफिया प्रभावित पेशेवर रेल कर्मचारी नेताओं से मुक्ति पायी जाय और एनसीआरकेएस के हाथों मे कर्मचारी हितों को सौप दिया जाये। उन्होंने लोगो को पेशेवर रेल नेताओं से होशियार रहने की भी अपील की जिन्होने अक्सर युनियनें बदल कर आपको मूर्ख बनाने का ही काम किया है। ऐसे लोगों का मुख्य उद्देश्य युनियनों का अपने हित में उपयोग करना ही रहता है। उन्होंने चंदा वसूली गैंग के कुछ सदस्यों द्वारा अलग-अलग यूनियनों में जगह बना कर नये सिरे से कर्मचारियों को बेवकूफ बनाने की हो रही कोशिशों की तरफ भी ध्यान आकर्षित किया है।
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों में युनियनों के प्रति पैदा हुई निराशा को एनसीआरकेएस दूर करने के प्रति कटिबद्ध है। इसी के तहत संगठन द्वारा किए गए प्रयासों से कुछ कर्मचारियों के रुके हुए आवास भत्ता शुरू कराने मे सफल रहे है साथ ही वेतन से अन्यायी युनियनों के लिये किये जा रहे चंदा कटौती बंद कराने की दिशा मे उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है। उन्होंने दावा किया कि एनसीआरकेएस रेल कर्मचारियों की अपेक्षाओं को पूरा करने मे पुरी तरह समर्थ है। इस दौरान कर्मचारी कामेंद्र तिवारी, मनोज नारायण दास, केपी सिंह, दीपक, आरके अग्रवाल आदि कर्मचारियों ने संगठन से जुड़ कर कार्य करने का ज’बा दिखाया। अंत में मण्डल अध्यक्ष नीरज श्रीवास्तव ने आभार प्रकट किया।