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– पत्नी का आरोप 72 वर्षीय पति को पुलिस ने धक्के मारे, घर से घसीटते हुए ले गई

पुलिस का दावा मृतक पहले से ही हार्ट व लंग्स की बीमारी से पीड़ित था 

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झांसी। जिले में समथर थाना क्षेत्र में गेस्ट हाउस का बंद ताला खुलवाने के लिए पुलिस 72 साल के गेस्ट हाउस संचालक को उनके घर से उठाकर ले गई। गेस्ट हाउस पहुंचने पर अचानक उल्टी होने के साथ उसकी हालत बिगड़ से पुलिस के हाथ-पैर फूल गए और परिजनों को बुला लिया। आनन-फानन में उसे मोंठ CHC ले जाया गया जहां से मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। यहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। इससे आक्रोशित परिजनों ने मौत का जिम्मेदार पुलिस को ठहराते हुए हंगामा कर दिया। परिजन शव का पोस्टमॉर्टम नहीं कराना चाहते थे। 3 घंटे चले हंगामे के बाद परिजन मान गए। इस मामले में पुलिस ने सफाई दी है कि मृतक पहले से ही हार्ट व लंग्स की बीमारी से पीड़ित था।

दरअसल झांसी के थाना समथर क्षेत्र अंतर्गत चौपड़ा बाजार निवासी ओम प्रकाश अग्रवाल (72)  समथर के प्रतिष्ठित बिजनेसमैन थे। उनकी कई किराना की दुकानें और गल्ला मंडी के पास रामराजा के नाम से गेस्ट हाउस है। मृतक के बेटे संतोष अग्रवाल ने बताया- एक समाज के लोगों ने शनिवार को सामूहिक विवाह समारोह के लिए 44 हजार रुपए में गेस्ट हाउस बुक कराया था। 18 हजार रुपए की पेमेंट हो चुकी थी। शनिवार शाम 6 बजे कार्यक्रम खत्म हुआ, तो पिता ने बकाया पैसा मांगा। तब लोगों ने पैसा देने से मना कर दिया। इससे नाराज ओम प्रकाश ने गेस्ट हाउस के बाहर ताला लगा दिया और घर चले गए। उस समय गेस्ट हाउस के अंदर 20 से ज्यादा लोग मौजूद थे।

संतोष ने बताया कि इसके बाद गेस्ट हाउस के अंदर बंद लोगों ने हंगामा करते हुए समथर पुलिस को सूचना दे दी। शनिवार शाम 7 बजे समथर थानाध्यक्ष अजमेर सिंह भदौरिया पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। पुलिस ने उसके पिता को घसीटा और धक्के मारते हुए गाड़ी में डाल कर  सीधे गेस्ट हाउस पहुंची। गेट खोलते ही उनको उल्टी होने लगी और पूरा शरीर पसीने से भीग गया। लड़खड़ाकर गिर पड़े। उनकी तबीयत बिगड़ते देख रात 8 बजे उसे सूचना दी गई।

इसके बाद आनन-फानन में ओम प्रकाश को मोंठ सीएचसी ले जाया गया। रिफर होने पर परिजन उन्हें लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यहां उपचार न होने पर उनको लेकर निजी अस्पताल चले गए। लेकिन वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस कस्टडी में करीब एक घंटे के अंदर उनकी मौत हो गई।

व्यापारी की मौत से परिवार व शुभचिंतकों में आक्रोश फ़ैल गया। सभी पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे। सूचना मिलने पर SP आरए गोपीनाथ सोनी, CO सिटी राजेश राय, नवाबाद, बड़ागांव, चिरगांव समेत 6 थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। इस दौरान मृतक बिजनेसमैन की पत्नी ऊषा अग्रवाल और बेटे संतोष अग्रवाल ने मौत का जिम्मेदार पुलिस को बताया। रात लगभग डेढ़ बजे तक हंगामा चलता रहा। परिजन उनके शव का पोस्टमॉर्टम कराने को भी राजी नहीं हो रहे थे। पुलिस अफसर नाराज परिजनों को समझाने में जुटे रहे। लगभग 3 घंटे के हंगामे के बाद रात करीब डेढ़ बजे परिजन पोस्टमॉर्टम कराने के लिए राजी हुए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की।

पत्नी बोली- पुलिस वालों ने ले ली मेरे पति की जान बिजनेसमैन की पत्नी ने ऊषा देवी ने कहा कि पति गेस्ट हाउस से आकर घर में बैठे थे, तभी कई पुलिसकर्मी धड़धड़ाते हुए घर में घुस आए। कोई कुछ भी नहीं समझ सका। पुलिस वाले मेरे पति का हाथ पकड़कर घसीटते हुए ले जा रहे थे। उन्होंने पूछा, लेकिन पुलिस कर्मी गाली दे रहे थे। उनको पीछे से कुछ पुलिसकर्मी धक्का भी दे रहे थे। पुलिस के व्यवहार से उनको सदमा लगा। इसी वजह से उनकी जान चली गई। पुलिस वालों ने मेरे पति की जान ले ली।

इस मामले में एसपी देहात ने मीडिया को बताया कि थाना समथर क्षेत्रांतर्गत राजाराम गेस्ट हाउस में 25 मई को विवाह समारोह था। आयोजक द्वारा कार्यक्रम स्थल के लिए तय की गयी रकम में 4000 रु0 कम देने पर गेस्ट हाउस संचालक द्वारा गेस्ट हाउस के अन्दर 30-40 लोगों को बंधक बनाकर ताला बंद कर अपने घर चला गया। इस संबंध में अन्दर बंद व्यक्तियों द्वारा थाना स्थानीय पर सूचना दी गयी थी। इस पर थाना समथर पुलिस द्वारा गेस्ट हाउस मालिक को बुलाया गया, गेस्ट हाउस मालिक अपने परिवारिजन के साथ आया। पुलिस द्वारा दोनों पक्षों को समझा-बुझा कर, विवाद का निस्तारण कराया गया और ताला खुलवा कर बंधक व्यक्तियों को मुक्त कराया गया। उपरोक्त घटना क्रम का वीडियो ग्राफी भी करायी गयी।
इसी दौरान गेस्ट हाउस मालिक का परिवारीजन के समक्ष अचानक स्वास्थ्य बिगड़ने पर परिवारीजन एवं पुलिस द्वारा उन्हें तत्काल इलाज हेतु सी.एच.सी. मोठ ले जाया गया। उपचार के उपरांत डॉक्टरों द्वारा उन्हें मेडिकल कॉलेज झांसी रेफर किया गया था। परिजनों द्वारा बुंदेलखंड सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहाँ दौराने इलाज उनकी की मृत्यु हो गयी। मृतक पूर्व से ही हार्ट तथा लंग्स की बीमारी से ग्रस्त थे तथा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु ASPHYXIA, B/L PULMONARY EDEMA से होना पाया गया है।
उपरोक्त घटनाक्रम में पुलिस बंधक व्यक्तियों की मदद के लिए राजाराम गेस्ट हाउस पर गयी थी।