– क्राइम ब्रान्च हैदराबाद व नगर के सर्राफ आमने-सामने, कोतवाली पुलिस मूक दर्शक बनी
झांसी। साढ़े आठ किलो सोने की चोरी प्रकरण में पकड़े गए चोर की निशानदेही पर झांसी में हैदराबाद की क्राइम ब्रान्च द्वारा छापा मार कर माल के खरीददार सर्राफा व्यापारी को पकडऩे के प्रकरण में थाना कोतवाली में कई घण्टे क्राइम ब्रांच की टीम व व्यापारियों के बीच हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा। सर्राफा व्यापारियों ने प्रतिष्ठानों बन्द कर कोतवाली थाने का घेराव किया और कानून को ताक पर रखते हुए पुलिस से पकड़े गये सर्राफा व्यापारी को छुड़ाने का प्रयास किया। कोतवाली पुलिस के मूक दर्शक बनने पर सर्राफा व्यापारियों से घिरी हैदराबाद की क्राइम ब्रान्च पुलिस असहाय बनी थाने में बैठी नजर आई।
दरअसल, हैदराबाद की क्राइम ब्रान्च की पांच सदस्यीय टीम एसीपी श्रीधर के नेतृत्व में पकड़े गये चोर भरत निवासी मिशन क पाउण्ड सीपरी बाजार को लेकर चोरी हुए जेवरातों को बरामद करने के लिए झांसी आई और कोतवाली थाना पुलिस के साथ चोर को लेकर सर्राफा बाजार स्थित उक्त दुकान पर पहुंची, जहां चोर ने चोरी के जेवर बेचे थे। उस दौरान उक्त दुकान बन्द थी, परन्तु चोरी के जेवरात खरीदने वाला सर्राफा व्यापारी बगल की दुकान पर बैठा मिल गया। चोर की निशानदेही पर क्राइम ब्रांच की टीम ने सर्राफा व्यापारी को पकड़ लिया और कोतवाली थाने ले आये। इससे पहले हैदराबाद की क्राइम ब्रान्च पुलिस पकड़े गये सर्राफा व्यापारी से चोरी के जेवरात बरामद करते हुए कार्यवाही कर पाते, नगर के सर्राफा व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठानों को बन्द कर दिया और पकड़े गये सर्राफा व्यापारी को छुड़ाने के लिए दर्जनों की तादात में थाने का घेराव कर लिया। सुबह से ही कोतवाली थाना में सर्राफा व्यापारियों के शुरू हुए हाईवोल्टेज ड्रामा से हैदराबाद की क्राइम ब्रान्च पुलिस कार्यवाही नही कर पाई। उधर कोतवाली पुलिस के तमाशबीन बन जाने से हैदराबाद की क्राइम ब्रान्च पुलिस असहाय हो गई।
हैदराबाद क्राइम ब्रान्च के एसीपी श्रीधर ने बताया कि पकड़े गये चोर भरत ने अपने साथियों के साथ आन्ध्र प्रदेश, मुम्बई व कर्नाटक आदि क्षेत्रों में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। जब क्राइम ब्रान्च की टीम ने चोर भरत को पकड़ा तो उसने बताया कि वह चुराये हुए सोने के जेवरात झांसी के सर्राफा व्यापारी को बेचता है, वह अब तक तकरीबन साढ़े आठ किलो सोने के जेवर सर्राफा व्यापारी को बेच चुका है। एसीपी श्रीधर ने बताया कि जब हिरासत में लेकर सर्राफा व्यापारी से प ूछताछ की तो उसने साढ़े पांच किलो सोने के जेवर खरीदने की बात कबूली। इससे पहले क्राइम ब्रान्च चोरी के जेवरात बरामद करती, सर्राफा व्यापारियों का यह हंगामा शुरू हो गया। जिस कारण उनकी कार्यवाही रूक गई। सुबह से शुरू हुआ व्यापारियों का यह ड्रामा शाम के समय खत्म हुआ। समाचार लिखे जाने तक कोतवाली थाना में हैदराबाद की क्राइम ब्रान्च की टीम गिर तार चोर व हिरासत में लिये गये सर्राफ के साथ मौजूद थे और इसमें समझौता होने के प्रयास हो रहे थे।